बिहार की राजनीति में इन दिनों नई बहसों का दौर शुरू हो गया है। हाल ही में बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उनका कहना है कि अब टकराव नहीं, बल्कि सहयोग का समय है। आखिर क्यों मंत्री नबीन ने विपक्ष से इस सकारात्मक कदम की अपील की है, और इसके पीछे क्या है उनका मकसद?
विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार के गठन और सदन की गहमागहमी के बीच, बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मौजूदा समय राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का नहीं, बल्कि प्रदेश के विकास के लिए एक-दूसरे के सहयोग का है। नबीन ने विपक्षी दलों से आग्रह किया कि वे सकारात्मक रूप से सरकार का साथ दें, क्योंकि जनता ने अपने मताधिकार के जरिए विकास का एक स्पष्ट संदेश दिया है।
विकास के लिए सहयोग की अपील
मंत्री नबीन ने इस बात पर जोर दिया कि बिहार ने पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन अभी भी कई ऐसे मोर्चे हैं जहाँ सघन प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वास्तविक विकास तभी संभव है जब सत्ताधारी दल और विपक्ष एक-दूसरे को प्रतिद्वंद्वी के बजाय लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अभिन्न अंग के रूप में देखें। उनके मुताबिक, विपक्ष की भूमिका केवल सरकार की आलोचना करना नहीं है, बल्कि रचनात्मक सुझावों के माध्यम से राज्य के उत्थान में अपना योगदान देना भी है। यदि विपक्ष सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे आता है, तो इसका सीधा लाभ अंततः बिहार की जनता को ही मिलेगा।
जनता ने चुना विकास का मार्ग
नितिन नबीन ने चुनाव परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि इस विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने यह साफ कर दिया है कि वे कोरे नारों या राजनीतिक विवादों से अधिक विकास कार्यों को प्राथमिकता देती है। उन्होंने बताया कि आम नागरिक सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं, रोजगार के अवसरों, शिक्षा के स्तर में सुधार और औद्योगिक विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में त्वरित प्रगति देखना चाहते हैं। मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि वर्तमान सरकार इन सभी पहलुओं पर अत्यंत गंभीरता और समर्पण के साथ कार्य कर रही है, और आने वाले वर्षों में बिहार विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान और नई परियोजनाएं
राज्य सरकार आगामी समय में कई नई विकास परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की तैयारी में है। विशेष रूप से, ग्रामीण अंचलों में बुनियादी ढाँचे को सुदृढ़ करने, स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक सुलभ बनाने तथा युवाओं के लिए रोजगार के व्यापक अवसर सृजित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। नबीन ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि बिहार एक युवा आबादी वाला राज्य है और सरकार का प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के युवाओं को यहीं पर बेहतर अवसर मिलें, जिससे उन्हें रोजगार की तलाश में पलायन करने की आवश्यकता न पड़े।
राजनीतिक मतभेद भुलाकर राज्यहित में हो कार्य
अपने वक्तव्य के समापन में, मंत्री नितिन नबीन ने एक बार फिर सभी राजनीतिक दलों से यह अपील दोहराई कि वे अपने आपसी राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए, राज्य के समग्र हित में एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने स्वीकार किया कि लोकतंत्र में स्वस्थ बहस और विचारों में भिन्नता स्वाभाविक है, परंतु जब बात प्रदेश के विकास की हो, तो सभी को एक ही दिशा में अग्रसर होना चाहिए। मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यदि सभी दल मिलकर सकारात्मक भूमिका निभाते हैं, तो बिहार पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक विकास मॉडल के रूप में उभर सकता है।








