सिवान न्यूज़: शहर की सड़कों पर अचानक बुलडोजर की गड़गड़ाहट से हड़कंप मच गया. लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही सड़क किनारे बनीं अवैध दुकानें और निर्माण जमींदोज होने लगे. जानिए क्यों और कहां हुई यह बड़ी कार्रवाई, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है.
बिहार में नई सरकार के गठन और सम्राट चौधरी के गृह मंत्री का पदभार संभालने के बाद से ही प्रशासनिक महकमा एक्शन मोड में नजर आ रहा है. इसी क्रम में सिवान जिले में एक बड़े अतिक्रमण हटाओ अभियान को अंजाम दिया गया. जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शहर के प्रमुख मार्गों पर बुलडोजर चलवाकर अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया.
गोपालगंज मोड़ से तरवारा मोड़ तक चली कार्रवाई
प्रशासन की यह कार्रवाई सिवान शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक, गोपालगंज मोड़ से लेकर तरवारा मोड़ तक केंद्रित रही. इस पूरे रास्ते पर लंबे समय से सड़क किनारे अवैध रूप से दुकानें और अन्य निर्माण कर लिए गए थे, जिससे न केवल यातायात प्रभावित होता था, बल्कि शहर की सुंदरता पर भी असर पड़ रहा था. सुबह-सुबह जब प्रशासनिक टीम बुलडोजर और जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंची, तो अतिक्रमणकारियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
अवैध दुकानों और निर्माणों पर चला बुलडोजर
इस अभियान के दौरान प्रशासन ने किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती. सड़क की जमीन पर कब्जा कर बनाई गईं दर्जनों अस्थायी दुकानों, टिन शेड और पक्के निर्माणों को एक-एक कर तोड़ दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने और यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए चलाया जा रहा है.
- अस्थायी दुकानें: सड़क किनारे लगी कई अस्थायी दुकानों और ठेलों को हटाया गया.
- पक्के निर्माण: दुकानों के आगे बनाए गए अवैध चबूतरों और सीढ़ियों को ध्वस्त किया गया.
- अतिक्रमण मुक्त सड़क: अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क की जमीन को पूरी तरह से खाली कराना था.
प्रशासन की सख्ती, अतिक्रमणकारियों में हड़कंप
इस बड़ी कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह के विरोध की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. हालांकि, भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी के कारण किसी ने भी अभियान का विरोध करने की हिम्मत नहीं की. प्रशासन की इस सख्ती से अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है. यह कार्रवाई इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन राज्य में अतिक्रमण को लेकर सख्त रुख अपना रहा है और आने वाले दिनों में अन्य इलाकों में भी इस तरह के अभियान देखने को मिल सकते हैं.








