मधुबनी: नगर निगम के वार्ड 14 में जलजमाव और गंदगी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। निगम प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही के चलते स्थिति बद से बदतर हो गई है। सड़कों पर जमा गंदा पानी और कचरे के ढेर ने स्थानीय निवासियों का जीवन दूभर कर दिया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। जलजमाव के कारण मच्छरों और मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग इस स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
सड़कों पर पसरा कीचड़ और गंदगी
वार्ड 14 की गलियों और सड़कों पर बरसात का पानी तो कई दिनों से जमा है ही, साथ ही नालियों का गंदा पानी भी सड़कों पर बह रहा है। कूड़े के ढेर हर तरफ दिखाई दे रहे हैं, जिनसे उठने वाली दुर्गंध ने जीना मुश्किल कर दिया है। स्थानीय निवासी इस गंदे माहौल में रहने को मजबूर हैं।
प्रशासनिक उपेक्षा के चलते इस वार्ड में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। नालियों की नियमित सफाई नहीं होने से वे कचरे और गाद से भरी पड़ी हैं, जिससे पानी की निकासी अवरुद्ध हो जाती है और जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होती है।
स्वास्थ्य पर मंडराता खतरा
गंदे पानी और गंदगी के इस माहौल में पनप रहे मच्छर और अन्य कीटाणु विभिन्न बीमारियों को न्योता दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की परिस्थितियों में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और पेट संबंधी बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से भी अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
निगम प्रशासन से गुहार लगाते हुए निवासियों ने तत्काल जलजमाव की समस्या का समाधान करने और वार्ड में सफाई व्यवस्था बहाल करने की मांग की है, ताकि वे एक स्वच्छ और स्वस्थ जीवन जी सकें।








