नई दिल्ली: कैलिफोर्निया की टेक दिग्गज एप्पल इंक. में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक बड़ा नेतृत्व परिवर्तन हुआ है। जॉन जियानेंद्रेआ, जो एप्पल में मशीन लर्निंग और AI रणनीति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे, ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह अगले साल सेवानिवृत्त होंगे और तब तक कंपनी के सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। जियानेंद्रेआ के जाने से एप्पल के AI डिवीजन में लीडरशिप स्तर पर यह पहला महत्वपूर्ण बदलाव है, खासकर 2024 में ‘एप्पल इंटेलिजेंस’ के लॉन्च के बाद।
AI में पिछड़ रही एप्पल, नई नियुक्ति पर टिकी उम्मीदें
एप्पल में यह नेतृत्व परिवर्तन ऐसे समय में हुआ है जब कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अन्य प्रमुख तकनीकी कंपनियों जैसे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट से पिछड़ती नजर आ रही है। कंपनी अपने उपकरणों में बड़े AI फीचर्स को एकीकृत करने और अपने वॉयस असिस्टेंट सिरी को अधिक बुद्धिमान बनाने में संघर्ष कर रही है। ऐसे में, अब यह जिम्मेदारी भारतीय मूल के AI विशेषज्ञ अमर सुब्रमण्यम पर आ गई है।
सुब्रमण्यम अब एप्पल के सॉफ्टवेयर प्रमुख क्रेग फेडेरिघी को रिपोर्ट करेंगे, जो कंपनी के AI प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। एप्पल में फाउंडेशन मॉडल, AI अनुसंधान और सुरक्षा पर काम करने वाली सभी टीमें अब सुब्रमण्यम के नेतृत्व में काम करेंगी।
कौन हैं अमर सुब्रमण्यम?
अमर सुब्रमण्यम एक अनुभवी AI विशेषज्ञ हैं और माइक्रोसॉफ्ट से एप्पल में शामिल हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट में, उन्होंने AI के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इससे पहले, उन्होंने लगभग 16 वर्षों तक गूगल के साथ काम किया, जहाँ वे गूगल असिस्टेंट के जेमिनी AI के इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख थे।
एप्पल ने सुब्रमण्यम की नियुक्ति पर कहा है कि AI और मशीन लर्निंग के साथ-साथ अनुसंधान को उत्पादों और सुविधाओं में एकीकृत करने में उनकी विशेषज्ञता, एप्पल के नवाचार और ‘एप्पल इंटेलिजेंस’ के भविष्य के फीचर्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कंपनी को उम्मीद है कि सुब्रमण्यम के नेतृत्व में AI प्रौद्योगिकी की अगली पीढ़ी को सही दिशा मिलेगी।
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