दरभंगा न्यूज़: दरभंगा में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ कही जाने वाली आयुष्मान भारत योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है। आयुष्मान कार्ड निर्माण की धीमी गति पर जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार का पारा हाई हो गया है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अगर रफ्तार नहीं बढ़ी, तो कार्रवाई तय है।
मंगलवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में एक अहम समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्रेरक और प्रखंड लेखापाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। बैठक का मुख्य मकसद जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति का आकलन करना और भविष्य की कार्ययोजना तैयार करना था।
कहां फंसा पेंच? लक्ष्य से कोसों दूर
बैठक के दौरान सामने आया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कई ऑपरेटर आईडी निष्क्रिय (unactivated) हो गए हैं, जिससे काम में बाधा आ रही है। 22 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 तक, दरभंगा जिले में केवल 14,919 आयुष्मान कार्ड ही बन पाए हैं, जो निर्धारित लक्ष्य से कहीं कम है। इस धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने गंभीर चिंता व्यक्त की।
जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निष्क्रिय ऑपरेटर आईडी को जल्द से जल्द सक्रिय किया जाए। उन्होंने लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि जिले में प्रतिदिन 10 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जाने चाहिए। इसके लिए हर सक्रिय आईडी से कम से कम 10 आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित किया जाए।
गांव-गांव तक पहुंचेगी योजना: DM
डीएम कौशल कुमार ने जोर देकर कहा कि आयुष्मान कार्ड निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि हर पात्र लाभार्थी को समय पर उसका कार्ड मिल सके। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव में विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस महत्वपूर्ण योजना से जोड़ा जा सके और वे इसका लाभ उठा सकें।
कौशल कुमार ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि स्वास्थ्य विभाग नियमित रूप से समीक्षा करे और प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करे। उन्होंने साफ किया कि कार्ड निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि ऐसा पाया गया, तो संबंधित कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार और आयुष्मान आईटी मैनेजर प्रभाकर रंजन सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने सभी को मिलकर काम करने और तय समय सीमा के भीतर लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया।








