back to top
2 दिसम्बर, 2025

आधी रात को दरवाज़ा खटखटाएगी स्वास्थ्य विभाग की टीम, खून का सैंपल मांगा तो घबराएं नहीं, जानिए वजह

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

आधी रात को अगर कोई आपका दरवाज़ा खटखटाए और खून का सैंपल मांगे तो घबराइएगा नहीं. ये स्वास्थ्य विभाग की टीम है, जो एक गंभीर बीमारी को जड़ से मिटाने के बड़े मिशन पर निकली है. जानिए क्या है ये बीमारी और क्यों इसके लिए रात के अंधेरे में ही सर्वे करना पड़ रहा है.

- Advertisement - Advertisement

पूर्णिया जिले के भवानीपुर में फाइलेरिया या हाथीपांव जैसी गंभीर बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा अभियान छेड़ दिया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) के नेतृत्व में पूरे प्रखंड में ‘नाइट ब्लड सर्वे’ यानी रात्रि रक्त नमूना संग्रह अभियान की शुरुआत की गई है. इस अभियान का एकमात्र लक्ष्य प्रखंड को फाइलेरिया मुक्त बनाना है.

- Advertisement - Advertisement

स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस विशेष अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों के रक्त के नमूने इकट्ठा कर रही हैं. यह अभियान पूरी तरह से निःशुल्क है और इसका उद्देश्य बीमारी के फैलाव का सटीक आकलन करना और संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका समय पर इलाज शुरू करना है.

- Advertisement -
यह भी पढ़ें:  बिहार बोर्ड परीक्षा की तारीखें जारी, सासाराम में 1 लाख से ज्यादा छात्र देंगे मैट्रिक-इंटर का इम्तिहान

क्यों रात में ही लिया जा रहा है खून का सैंपल?

अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि इस सर्वे के लिए रात का समय ही क्यों चुना गया है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, फाइलेरिया रोग ‘वुचेरेरिया बैंक्रॉफ्टी’ नामक परजीवी के कारण होता है. यह परजीवी रात के समय ही शरीर के बाहरी रक्त प्रवाह में सक्रिय होता है, जिससे इसकी पहचान करना आसान हो जाता है.

  • बीमारी का कारण: क्यूलेक्स मच्छर के काटने से यह परजीवी मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है.
  • सक्रियता का समय: फाइलेरिया के परजीवी (माइक्रोफाइलेरिया) रात 10 बजे से 2 बजे के बीच रक्त में सबसे अधिक सक्रिय होते हैं.
  • जांच की प्रक्रिया: इसी कारण, सटीक जांच के लिए स्वास्थ्यकर्मी रात में ही ब्लड सैंपल लेते हैं, ताकि परजीवी की मौजूदगी का पता लगाया जा सके.
यह भी पढ़ें:  पटना में मौसम का 'रेड अलर्ट'! अगले 72 घंटे रहें सावधान, प्रशासन ने क्यों दी घरों में रहने की सलाह?

घर-घर पहुंचेगी स्वास्थ्य टीम

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) भवानीपुर ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों और लैब टेक्नीशियनों की कई टीमें बनाई गई हैं, जो देर रात तक अलग-अलग गांवों और वार्डों में जाकर लोगों के रक्त के नमूने लेंगी. इन टीमों को आवश्यक मेडिकल किट और उपकरण मुहैया कराए गए हैं.

यह अभियान सरकार के राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसका उद्देश्य 2027 तक देश से इस बीमारी को पूरी तरह खत्म करना है. सर्वे के दौरान जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि होगी, उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुफ्त इलाज और दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

अधिकारियों ने की सहयोग की अपील

सीएचसी के अधिकारियों ने प्रखंड के सभी निवासियों से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह बीमारी लाइलाज नहीं है, लेकिन अगर समय पर इसकी पहचान और इलाज न हो तो यह विकलांगता का कारण बन सकती है. लोगों के सहयोग से ही इस बीमारी को जड़ से मिटाया जा सकता है और एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है.

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

सर्वे शिविर में अचानक पहुंचे DSO, मांगी प्रगति रिपोर्ट – मशीन नहीं मिलने से रुका काम, जानें क्या मिला जांच में?

भागलपुर न्यूज़: सुल्तानगंज प्रखंड में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जिला बंदोबस्त पदाधिकारी...

गुटका-तंबाकू खाकर रामायण पाठ: क्या है सही? प्रेमानंद महाराज ने किया स्पष्ट

वृंदावन के प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में एक ऐसे धार्मिक प्रश्न का उत्तर...

वैशाली में इंजीनियर के घर घुसकर पत्नी से हुई वारदात: सनसनीखेज खुलासा?

वैशाली समाचार: दौलतपुर देवरिया में एक सरकारी इंजीनियर के घर में देर रात अचानक...

कैमूर में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत: दावों और असलियत में बड़ा फर्क

कैमूर न्यूज़: कागजों पर फर्राटा भरती सरकारी योजनाएं जब जमीनी हकीकत से टकराती हैं,...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें