नई दिल्ली: अक्सर बैंक ग्राहक अपनी पासबुक को समय-समय पर अपडेट करवाते हैं ताकि खाते में हुए लेन-देन का पूरा ब्यौरा मिल सके। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप अपनी पासबुक को अपडेट नहीं करवाते हैं, तो क्या आपका बैंक खाता निष्क्रिय (inactive) हो सकता है? यह सवाल कई खाताधारकों के मन में आता है। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पासबुक अपडेट न होने का मतलब?
पासबुक मूल रूप से आपके बैंक खाते के लेन-देन का एक रिकॉर्ड है। जब आप इसे बैंक से अपडेट करवाते हैं, तो उसमें आपके खाते में जमा हुई राशि, निकाली गई राशि, ब्याज और अन्य शुल्कों का विवरण छप जाता है। यह एक तरह से खाते की भौतिक रसीद होती है।
क्या खाता निष्क्रिय हो सकता है?
आम तौर पर, केवल पासबुक अपडेट न कराने से आपका बैंक खाता निष्क्रिय नहीं होता है। बैंक खाता निष्क्रिय होने के अपने नियम और शर्तें होती हैं, जो मुख्य रूप से खाते में होने वाली गतिविधि (transaction) से जुड़ी होती हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों और विभिन्न बैंकों की अपनी नीतियों के अनुसार, यदि कोई बचत या चालू खाता एक निश्चित अवधि तक, आमतौर पर 24 महीने (2 साल) तक, निष्क्रिय रहता है, तो बैंक उसे निष्क्रिय खाते की श्रेणी में डाल सकते हैं।
खाता निष्क्रिय होने के मुख्य कारण:
- लंबे समय तक कोई लेन-देन न होना: खाते से पैसे निकालना, जमा करना, चेक जारी करना या प्राप्त करना, या कोई अन्य डिजिटल लेन-देन न होना।
- अन्य बैंक नीतियां: कुछ बैंक ग्राहकों को निष्क्रियता के बारे में सूचित करते हैं और एक निश्चित अवधि के भीतर लेन-देन करने का अवसर देते हैं।
पासबुक अपडेट का महत्व:
हालांकि पासबुक अपडेट न होने से खाता निष्क्रिय नहीं होता, लेकिन इसे नियमित रूप से अपडेट करवाना महत्वपूर्ण है। इसके कई फायदे हैं:
- लेन-देन की जानकारी: आपको अपने खाते में हुए सभी डेबिट और क्रेडिट की सटीक जानकारी मिलती रहती है।
- धोखाधड़ी की पहचान: किसी भी अनधिकृत लेन-देन का तुरंत पता लगाने में मदद मिलती है।
- ब्याज की जानकारी: बैंक द्वारा जमा किए गए ब्याज का रिकॉर्ड भी पासबुक में दर्ज होता है।
- दस्तावेज़ी प्रमाण: यह कई वित्तीय कामों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ के रूप में काम आ सकता है।
निष्क्रिय खाते को कैसे सक्रिय करें?
यदि आपका खाता निष्क्रिय हो गया है, तो इसे पुनः सक्रिय करने के लिए आपको बैंक की शाखा में जाकर एक आवेदन पत्र भरना होगा। इसके साथ ही, आपको कुछ व्यक्तिगत पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) और खाते से संबंधित अन्य दस्तावेज जमा करने पड़ सकते हैं। कुछ मामलों में, आपको खाते में एक न्यूनतम राशि जमा करनी पड़ सकती है या कोई छोटा-सा लेन-देन करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष: संक्षेप में, पासबुक अपडेट न होना सीधे तौर पर आपके बैंक खाते को निष्क्रिय नहीं करता है। खाता निष्क्रियता का संबंध मुख्य रूप से खाते में लेन-देन की कमी से है। फिर भी, अपने वित्तीय रिकॉर्ड को सुचारू रखने और किसी भी संभावित समस्या से बचने के लिए अपनी पासबुक को नियमित रूप से अपडेट करवाना एक अच्छी आदत है।



