नई दिल्ली: अक्सर लोग नहाने के तुरंत बाद गीले तौलिये को बाथरूम में ही छोड़ देते हैं या टांग देते हैं। यह एक आम आदत है, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। बाथरूम की नमी और गर्मी बैक्टीरिया और फंगस के पनपने के लिए आदर्श वातावरण बनाती है, और गीला तौलिया इस प्रक्रिया को और तेज कर देता है।
तौलिये में पनपते हैं बैक्टीरिया और फंगस
जब तौलिया गीला होता है, तो उसमें नमी बनी रहती है। बाथरूम का वातावरण, जिसमें अक्सर गर्मी और नमी दोनों होती है, बैक्टीरिया और फंगस के विकास के लिए बहुत अनुकूल होता है। ये सूक्ष्मजीव न केवल तौलिये पर पनपते हैं, बल्कि समय के साथ फैल भी सकते हैं। जब आप इस तौलिये का दोबारा इस्तेमाल करते हैं, तो ये बैक्टीरिया और फंगस आपकी त्वचा के संपर्क में आते हैं।
स्किन इन्फेक्शन और एलर्जी का खतरा
गीले तौलिये के इस्तेमाल से त्वचा में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इससे खुजली, दाने, और अन्य तरह की त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। फंगस के कारण होने वाले संक्रमण, जैसे कि दाद, भी इस आदत से बढ़ सकते हैं। इसके अलावा, तौलिये में पनपने वाले बैक्टीरिया और फंगस एलर्जी को भी ट्रिगर कर सकते हैं, खासकर उन लोगों में जिनकी त्वचा संवेदनशील होती है।
साफ-सफाई के आसान उपाय
इन खतरों से बचने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- नहाने के बाद तौलिये को बाथरूम से बाहर किसी हवादार जगह पर सुखाएं।
- तौलिये को नियमित रूप से धोएं, खासकर गर्म पानी में।
- तौलिये को हर 3-4 दिन में बदलें या धोएं।
- दूसरों के साथ तौलिया साझा करने से बचें।
- यदि संभव हो, तो अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग तौलिये का इस्तेमाल करें (जैसे, एक नहाने के लिए, दूसरा हाथ पोंछने के लिए)।
स्वच्छता की इन छोटी-छोटी आदतों को अपनाकर आप अपनी त्वचा को इन संक्रमणों और एलर्जी से बचा सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
*Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


