गया न्यूज़: बिहार पुलिस महकमे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक एएसआई की संदिग्ध मौत की खबर आई। सरकारी क्वार्टर में सल्फास खाने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। आखिर इस रहस्यमयी मौत के पीछे क्या है पूरा सच?
पुलिस महकमे में हड़कंप
गया के रामपुर थाना में तैनात एएसआई अमरेंद्र यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे बिहार पुलिस महकमे में सनसनी फैला दी है। सोमवार देर रात की यह घटना पुलिसकर्मियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, एएसआई अमरेंद्र यादव अपने सरकारी क्वार्टर में थे, जब उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।
सूत्रों के मुताबिक, अमरेंद्र यादव ने कथित तौर पर सल्फास का सेवन कर लिया था, जिसके बाद उनकी हालत नाजुक हो गई। साथी पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत मगध मेडिकल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का हर संभव प्रयास किया।
उपचार के दौरान हुई मृत्यु
मगध मेडिकल अस्पताल में उपचार के दौरान अमरेंद्र यादव की स्थिति लगातार बिगड़ती गई। तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई और कई अधिकारी व कर्मी अस्पताल पहुंच गए।
पुलिस के आला अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। शुरुआती जांच में इसे एक संदिग्ध मौत के तौर पर देखा जा रहा है और मौत के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए गहन छानबीन शुरू कर दी गई है।
जांच और आगे की कार्रवाई
रामपुर थाना पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की हैं। मृतक एएसआई के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि मौत की असली वजह का पता चल सके। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पूरे प्रकरण पर स्थिति और स्पष्ट हो पाएगी।
फिलहाल पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि अमरेंद्र यादव ने सल्फास का सेवन किन परिस्थितियों में किया और क्या इसके पीछे कोई व्यक्तिगत या कार्य संबंधी दबाव था। विभाग ने इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।





