मोतिहारी न्यूज़: एक तरफ जवान बेटे का शव घर के आंगन में रखा था, दूसरी तरफ उसी घर में आग की लपटें उठ रही थीं। पूर्वी चंपारण के उमेश पटेल पर ऐसा दुखों का पहाड़ टूटा है, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हैं। नियति ने एक ही पल में इस परिवार से सब कुछ छीन लिया और जीवनभर का गहरा घाव दे दिया।
एक साथ दोहरी त्रासदी का शिकार परिवार
पूर्वी चंपारण जिले के भेलवा पंचायत स्थित मनपुरवा गांव निवासी उमेश पटेल के परिवार के लिए मंगलवार का दिन किसी कयामत से कम नहीं था। परिवार अभी बेटे की असामयिक मौत के सदमे से उबर भी नहीं पाया था कि एक और भीषण त्रासदी ने उन्हें घेर लिया। पहले घर का चिराग असमय बुझ गया, और फिर कुछ ही घंटों बाद उनके आशियाने में भीषण आग लग गई, जिसने घर का सारा सामान खाक कर दिया।
बताया जा रहा है कि उमेश पटेल के बेटे का निधन हो गया था, और परिजन उसके अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे थे। पूरा गांव इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा था। तभी अचानक उनके घर में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते घर का सारा सामान, कपड़े, अनाज और यहां तक कि नकदी भी जलकर राख हो गई। इस घटना में घर को लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
लाखों का नुकसान, गांव में शोक की लहर
इस दोहरी त्रासदी ने उमेश पटेल के परिवार को तोड़ कर रख दिया है। एक तरफ जहां जवान बेटे को खोने का असहनीय दर्द है, वहीं दूसरी तरफ सिर छिपाने के लिए छत और जीविका चलाने के लिए कोई साधन भी नहीं बचा है। आगजनी में परिवार का सब कुछ तबाह हो गया। गांव में इस घटना से शोक की लहर है। हर कोई इस परिवार के दुख में शामिल होकर उन्हें सांत्वना दे रहा है। स्थानीय प्रशासन ने भी पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है ताकि वे इस मुश्किल घड़ी से उबर सकें।






