Madhubani DM: जब हाकिम खुद चलकर जनता की चौखट तक पहुंचते हैं, तो फाइलों में बंद योजनाएं हकीकत का लिबास ओढ़ लेती हैं। मधुबनी में बुधवार को कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, जब जिलाधिकारी आनंद शर्मा खुद जमीन पर उतरकर विकास की नब्ज टटोलने निकले।
Madhubani DM ने दिए विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
अपने साप्ताहिक क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी आनंद शर्मा बुधवार को सबसे पहले बिस्फी प्रखंड मुख्यालय पहुंचे। यहां अंचल कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने 51 भूमिहीन और गरीब परिवारों के बीच बासगीत पर्चा का वितरण किया, जिससे इन परिवारों को अपनी जमीन का कानूनी अधिकार मिल गया। इसके बाद उन्होंने विद्यापति स्मारक पहुंचकर वहां चल रहे निर्माणाधीन भवन का जायजा लिया। उन्होंने काम की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने और गुणवत्ता से कोई समझौता न करने का सख्त निर्देश दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इसके उपरांत डीएम का काफिला भैरवा मंदिर पहुंचा, जहां उन्होंने मंदिर के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के निर्माण की संभावनाओं पर स्थानीय अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की। उन्होंने मंदिर परिसर के समुचित विकास और पहुंच मार्ग को सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उनका जोर था कि सभी विकास योजनाओं को समय पर पूरा किया जाए।
बेनीपट्टी में 100 परिवारों को मिला जमीन का मालिकाना हक
बिस्फी के बाद जिलाधिकारी बेनीपट्टी प्रखंड पहुंचे। यहां भी अंचल कार्यालय में 100 गरीब भूमिहीन परिवारों को बासगीत पर्चा सौंपा गया, जिससे उनके चेहरे खिल उठे। इस दौरान कड़ाके की ठंड को देखते हुए जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का भी वितरण किया गया, जो प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
धार्मिक स्थलों का होगा सौंदर्यीकरण, बढ़ेंगे रोजगार: डीएम
क्षेत्र भ्रमण के अंतिम चरण में जिलाधिकारी प्रसिद्ध उच्चैठ शक्तिपीठ पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर परिसर के विस्तारीकरण, सौंदर्यीकरण और समग्र विकास को लेकर वास्तुविदों (आर्किटेक्ट) एवं अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि शक्तिपीठ में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए और इसके लिए एक ठोस कार्ययोजना जल्द से जल्द तैयार की जाए। बिहार की लगातार ख़बरें यहां पढ़ें।
इस मौके पर डीएम आनंद शर्मा ने कहा, “जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता गरीब और भूमिहीन परिवारों को उनका भूमि संबंधी अधिकार दिलाना है। हमारा लक्ष्य है कि पारदर्शिता और तीव्रता के साथ आम लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे।” उन्होंने आगे कहा कि जिले के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर माहौल मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इस दौरे के दौरान एडीएम मुकेश रंजन, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक नितेश कुमार पाठक और अनुमंडल पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


