Labor Codes: जब हुक्मरानों की कलम श्रमिकों के पसीने पर भारी पड़ती है, तब सड़कों पर संघर्ष की आग भड़क उठती है। यह सिर्फ एक शहादत दिवस नहीं, बल्कि दमनकारी नीतियों के खिलाफ एक संकल्प है।
श्रम संहिताएं (Labor Codes): मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ CPI(ML) का संकल्प दिवस, सरकार पर साधा निशाना
नई Labor Codes: कॉर्पोरेट एजेंडे की उपज, मजदूरों के लिए नई चुनौतियां
दरभंगा, 18 दिसंबर 2025। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन (CPI(ML) लिबरेशन) ने अपने पूर्व महासचिव कॉमरेड विनोद मिश्र का 27वां शहादत दिवस पूरे जिले में ‘संकल्प दिवस’ के रूप में मनाया। जिला कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कार्यालय सचिव अवधेश कुमार सिंह ने की। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस अवसर पर पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने कॉमरेड विनोद मिश्र की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग का वोट लेकर आज उन्हीं पर हमला तेज कर दिया है। नई श्रम संहिताएं (Labor Codes) पूरी तरह से कॉरपोरेट लालच की उपज हैं, जो श्रमिकों के हितों को दरकिनार करती हैं। ‘इंस्पेक्टर राज’ खत्म करने की आड़ में सरकार उन जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है, जिनके तहत उसे देश के कानूनों, न्याय, निष्पक्षता और कार्यस्थल सुरक्षा के अनुपालन की निगरानी करनी होती है।
धीरेन्द्र झा ने स्पष्ट किया कि इन नए कोडों का असली मकसद मजदूरों को कम वेतन, अधिक काम, कम सुरक्षा और कम स्वतंत्रता के दायरे में धकेलना है। हालांकि, इन्हें भारत के श्रमिकों के लिए ‘महान सौदा’ बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये कानून भारतीय मजदूर वर्ग के विभिन्न तबकों की चिंताओं को दूर करने का भ्रम पैदा करते हैं, जबकि वास्तविकता में वे उनके संगठित होने और संघर्ष करने के मौलिक अधिकार पर सीधा हमला करते हैं। इसलिए, इन ‘दासता जैसे’ कोडों के खिलाफ लड़ाई को हमें उन सभी प्रभावित तबकों तक ले जाना होगा ताकि उनके श्रमिकाधिकार सुरक्षित रहें।
दलित-गरीबों पर बढ़ता हमला और बुलडोजर राज के खिलाफ एकजुटता
वही, जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने बिहार सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनते ही दलित-गरीबों पर हमले तेज हो गए हैं। बिना पुनर्वास के गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने कॉमरेड विनोद मिश्र के अधूरे संकल्पों को पूरा करने के लिए ‘बुलडोजर राज’ के खिलाफ दलित-गरीबों को एकजुट करने का आह्वान किया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
वरिष्ठ नेता आर के सहनी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि इस लड़ाई के मैदान में जैसे-जैसे मुकाबले की घड़ी तेज हो रही है, हमें आने वाले निर्णायक आंदोलनों के लिए अपनी पूरी ताकत को एकजुट करना होगा। उन्होंने आह्वान किया कि नए साल में पार्टी का विस्तार करें, पूरे संगठन को नई ऊर्जा दें, और अपने आंदोलन को और ऊंचाई पर ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार खड़े रहें। उन्होंने कहा कि आने वाले साल में पार्टी संगठन को और अधिक गतिशील, संगठित, अडिग और जुझारू बनाने के लिए हम अपनी हर ताकत झोंक दें और निर्णायक मुकाबले में पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
इस अवसर पर प्रो सुरेंद्र प्रसाद सुमन, प्रो राम बाबू आर्य, प्रो कल्याण भारती, प्रो हृषिकेश झा, कामेश्वर पासवान, विजय महासेठ, गंगा मंडल, रानी शर्मा सहित दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे।



