Motihari Education: ज्ञान की ज्योति अब गाँव-गाँव तक पहुंचेगी, जहाँ संसाधनों का अभाव था, वहाँ अब आईआईटी की किरणें बिखेरेंगी रोशनी। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत 2 लाख से अधिक बच्चों को आईआईटी कानपुर द्वारा मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग दी जाएगी।
Motihari Education: सरकारी स्कूलों में शिक्षा क्रांति
मोतिहारी जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्र-छात्राओं के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। बिहार शिक्षा विभाग ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से इस महत्वाकांक्षी परियोजना की रूपरेखा तैयार की है, जिसका सीधा लाभ उन बच्चों को मिलेगा जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कोचिंग से वंचित रह जाते थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) राजन कुमार गिरी के नेतृत्व में विभागीय निर्देश के आलोक में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इस पहल के तहत, उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए आवश्यक कोचिंग अब सरकारी विद्यालयों में ही उपलब्ध होगी।
यह एक ऐसा कदम है जिससे बिहार में शिक्षा के स्तर में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की उम्मीद है। डीपीओ नित्यम कुमार गौरव को इस योजना का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो इसकी सुचारु संचालन सुनिश्चित करेंगे। प्रारंभिक चरण में हेडमास्टरों और शिक्षकों की एक सूची तैयार कर विभाग को भेजी जा रही है। इन सभी शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे छात्रों को प्रभावी ढंग से ऑनलाइन शिक्षण में सहायता कर सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित करेगा कि छात्रों को न केवल विश्वस्तरीय सामग्री मिले, बल्कि उनके शिक्षक भी आधुनिक शैक्षणिक पद्धतियों से लैस हों।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में नया मील का पत्थर
यह योजना केवल ऑनलाइन कोचिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समग्र शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने का भी एक प्रयास है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। https://deshajtimes.com/news/national/
आईआईटी कानपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का जुड़ना इस बात का प्रमाण है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गंभीरता से काम कर रही है। छात्रों को मुफ्त में ऐसे संसाधनों तक पहुँच मिलेगी, जिसके लिए पहले उन्हें भारी शुल्क चुकाने पड़ते थे। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस कार्यक्रम से न केवल उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार होगा, बल्कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। इस परियोजना से भविष्य में कई और IIT और अन्य प्रमुख संस्थानों के सरकारी स्कूलों से जुड़ने की संभावना बढ़ जाएगी, जिससे शिक्षा का लोकतंत्रीकरण होगा।
शिक्षक प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि वे ऑनलाइन कक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार कर सकें और उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान कर सकें। यह पहल बिहार को डिजिटल शिक्षा के मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यह एक दूरगामी प्रभाव वाली योजना है, जो मोतिहारी के साथ-साथ पूरे बिहार के शैक्षणिक परिदृश्य को बदल सकती है।






