Train Delay: सर्दियों की चादर जब गहरी होती है, तो सिर्फ ज़मीन ही नहीं, पटरियां भी ठिठुर जाती हैं। कोहरे की सफेद दीवार ऐसी तनती है कि रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है, और यात्री अपनी मंजिल की आस में घंटों तक ठिठुरने को मजबूर हो जाते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उत्तर भारत में पड़ रहे घने कोहरे का असर अब रेल यातायात पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। राजधानी एक्सप्रेस सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 5 से 9 घंटे तक की देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
ठंड और Train Delay से जूझते यात्री
इस भीषण ठंड और कोहरे ने यात्रियों की यात्री परेशानी और बढ़ा दी है। लंबी प्रतीक्षा के चलते प्लेटफार्मों पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कम विजिबिलिटी (दृश्यता) के कारण ट्रेनों की गति को सीमित कर दिया गया है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। यह सुरक्षा उपाय यात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप यात्रा का समय काफी बढ़ गया है।
ठंड में खुले प्लेटफार्म पर घंटों खड़े रहना बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। कई यात्रियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ट्रेनों के वास्तविक समय की जानकारी भी समय पर नहीं मिल पा रही है, जिससे उनकी यात्री परेशानी और बढ़ जाती है।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी अनावश्यक Train Delay से बचने के लिए अपनी यात्रा शुरू करने से पहले ट्रेनों की मौजूदा स्थिति (स्टेटस) की जांच अवश्य कर लें। इसके लिए रेलवे की वेबसाइट या NTES ऐप का उपयोग किया जा सकता है। इससे उन्हें अनावश्यक प्रतीक्षा से बचने में मदद मिलेगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
परिचालन पर कोहरे का सीधा असर
कोहरे के कारण न केवल ट्रेनों की गति प्रभावित हुई है, बल्कि कुछ ट्रेनों के परिचालन को अस्थायी रूप से रद्द या परिवर्तित भी किया गया है। रेलवे लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और कोहरे की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक निर्णय ले रहा है। यात्रियों से सहयोग की अपील की गई है ताकि सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करते हुए यात्रा को सुचारु बनाया जा सके। आगामी दिनों में भी कोहरे की स्थिति बनी रहने की आशंका है, ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाएं सावधानीपूर्वक बनानी चाहिए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।





