BMC Elections: महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक का दौर जारी है। जहाँ एक ओर कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का बिगुल फूँक दिया है, वहीं शिवसेना (UBT) और MNS के बीच गठबंधन की सुगबुगाहट ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
BMC Elections: ठाकरे बंधुओं का मिलन या कांग्रेस का अकेलापन? मुंबई की सत्ता का किंग कौन!
BMC Elections: शिवसेना (UBT) और MNS में सीटों पर बनी सहमति
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों से पहले महाराष्ट्र की राजनीतिक पिच पर तेज़ गेंदबाज़ी का दौर शुरू हो चुका है। शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने इस बात की पुष्टि की है कि उनकी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के बीच सीट-शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। एक तरफ जहाँ महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर फूट के संकेत दिए हैं, वहीं सत्ताधारी महायुति गठबंधन हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में 200 से अधिक निकायों में बड़ी जीत के बाद आत्मविश्वास से लबरेज है। शिवसेना और NCP में विभाजन के बाद होने वाले यह पहले BMC चुनाव हैं, जहाँ ठाकरे भाइयों के लिए दांव काफी ऊँचे हैं।
शिवसेना (UBT) के नेता अनिल परब ने इस गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “गठबंधन की घोषणा कभी भी हो सकती है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और MNS अध्यक्ष राज ठाकरे, दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता ही तय करेंगे कि इस गठबंधन का औपचारिक ऐलान किस तरह किया जाएगा।” आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि रविवार को हुई बातचीत अंतिम थी और अगले दो से तीन दिनों में आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली MNS को अपने गठबंधन का हिस्सा बनाने पर कांग्रेस को कुछ आपत्तियाँ हैं। राउत ने कहा, “हम कांग्रेस को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सभी का एक साथ आना ज़रूरी है।” महाराष्ट्र की मुंबई राजनीति में यह समीकरण एक नई करवट ले रहा है।
कांग्रेस की ‘एकला चलो’ की रणनीति
इस बीच, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव और महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व पर BMC चुनाव अकेले लड़ने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम प्रदूषण, स्वास्थ्य सेवा और भ्रष्टाचार जैसे आम मुंबईकरों से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे। मुंबई के लोगों को हमें बेहतर सेवा करने का मौका देना चाहिए।” चेन्निथला ने दृढ़ता से कहा कि कांग्रेस महानगर के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की रक्षा के लिए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के पक्ष में है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
BMC समेत कुल 29 नगर निगमों के चुनाव 15 जनवरी को होंगे और मतों की गिनती अगले दिन की जाएगी। चेन्निथला ने दोहराया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से BMC चुनाव अकेले लड़ने की “प्रबल मांग” है। यह मुंबई की जनता के लिए एक बड़ा अवसर है कि वह अपने मुद्दों पर आधारित विकास को प्राथमिकता दे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



