यूपी Politics: सियासत के अखाड़े में शब्दों के तीर ऐसे चले कि सदन से सड़क तक हलचल मच गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है, जहाँ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के दिग्गजों को उन्होंने ‘देश छोड़कर भागने वाले नमूने’ तक कह डाला।
यूपी पॉलिटिक्स में भूचाल: योगी का राहुल-अखिलेश पर ‘भागने’ और ‘घोटाले’ का वार, विपक्ष ने भी दिया करारा जवाब
यूपी पॉलिटिक्स में ‘नमूने’ और ‘फरार’ नेताओं पर योगी का तंज
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी द्वारा कोडीन-आधारित कफ सिरप के कथित अवैध व्यापार को लेकर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए विपक्षी नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश में दो ऐसे ‘नमूने’ हैं जो राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे उठते ही देश छोड़कर चले जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया कि यह विवाद तथ्यों के बजाय राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है। उनका आरोप था कि इस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी से जुड़े व्यक्तियों की संलिप्तता स्पष्ट रूप से दिख रही है, और यह भी दावा किया कि इस अवैध कफ सिरप घोटाला से संबंधित वित्तीय लेनदेन पार्टी की लोहिया वाहिनी के एक पदाधिकारी के खाते से हुए थे। उन्होंने विधानसभा को बताया कि विशेष कार्य बल इस मामले की गहनता से जांच कर रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
बिना किसी का नाम लिए, आदित्यनाथ ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उन ‘दो नामों’ में से एक दिल्ली में रहता है और दूसरा लखनऊ में। उनकी प्रवृत्ति है कि जब भी देश में कोई गंभीर या महत्वपूर्ण बहस छिड़ती है, ये दोनों नेता अचानक गायब हो जाते हैं। मुख्यमंत्री ने अक्सर सार्वजनिक भाषणों में ‘बाबुआ’ कहकर संबोधित किए जाने वाले अखिलेश यादव पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने संकेत दिया कि अखिलेश भी जल्द ही विदेश यात्रा पर निकल जाएंगे, जबकि उनकी पार्टी विधानसभा में केवल नारेबाजी करती रह जाएगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें यहां क्लिक करें।
अखिलेश यादव का पलटवार: भाजपा के भीतर फूट का कबूलनामा
मुख्यमंत्री की टिप्पणियों पर अखिलेश यादव ने तुरंत पलटवार किया। उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी के भीतर चल रही अंदरूनी कलह और फूट का एक खुला कबूलनामा बताया। विधानसभा में दिए गए अपने बयान और बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर किए गए पोस्ट में, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की यह टिप्पणी दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और लखनऊ में स्थित राज्य इकाई के बीच चल रहे आंतरिक संघर्ष को दर्शाती है। यादव ने इस बयान को ‘आत्म-स्वीकृति’ करार दिया और आश्चर्य व्यक्त किया कि दिल्ली-लखनऊ के बीच कथित सत्ता संघर्ष इतनी स्पष्टता के साथ सबके सामने आ गया है। इस बयान के बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि आखिर भाजपा के अंदर क्या खिचड़ी पक रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


