सड़क सुरक्षा: बिहार में सड़क दुर्घटनाओं से बढ़ती मौतों के आंकड़े चिंताजनक हैं, जिसे रोकने के लिए प्रशासन अब गंभीर कदम उठा रहा है।
सड़क सुरक्षा: समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश
बिहार की सड़कों पर मौत का तांडव लगातार जारी है। राज्य में पिछले 11 महीनों में सड़क दुर्घटनाओं में 324 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि 180 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ये आंकड़े न सिर्फ चिंताजनक हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा की दिशा में तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत पर भी बल देते हैं। लगातार बढ़ती इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अब प्रशासन ने कमर कस ली है।
हाल ही में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सड़कों पर सुरक्षा संबंधी संकेत सूचक बोर्ड लगाने का महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया गया है। यह कदम दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करने और वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए उठाया गया है। उचित संकेत सूचक बोर्डों की कमी अक्सर चालकों को भ्रमित करती है और दुर्घटनाओं का कारण बनती है। इस निर्देश के बाद सड़कों पर सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की उम्मीद जगी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि जहां भी सड़कों पर संकेत सूचक बोर्ड नदारद हैं या क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें तुरंत ठीक कराया जाए। इन बोर्डों में गति सीमा, मोड़, स्कूल क्षेत्र, अस्पताल क्षेत्र और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी स्पष्ट रूप से अंकित होनी चाहिए ताकि दुर्घटना बचाव में मदद मिल सके। सड़क पर सावधानी और दुर्घटना बचाव के लिए नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। इन उपायों से न सिर्फ चालकों को मार्गदर्शन मिलेगा, बल्कि पैदल चलने वालों और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि सभी महत्वपूर्ण चौराहों और दुर्घटना संभावित स्थलों पर ये बोर्ड अवश्य लगाए जाएं। साथ ही, इनकी नियमित निगरानी और रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाए। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आगे की रणनीति
प्रशासन केवल संकेत सूचक बोर्ड तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य उपायों पर भी विचार कर रहा है। इनमें ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना, तेज रफ्तार पर लगाम लगाना, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाना और हेलमेट व सीट बेल्ट के उपयोग को बढ़ावा देना शामिल है। इन सभी मोर्चों पर एक साथ काम करके ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
आम जनता की भागीदारी भी सड़क सुरक्षा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वाहन चालकों को स्वयं ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। बच्चों और युवाओं को बचपन से ही सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना भविष्य के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाने में मददगार साबित होगा।
पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें और नियमित रूप से रिपोर्ट पेश करें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित करना सभी का सामूहिक दायित्व है कि बिहार की सड़कें सुरक्षित हों और कोई भी जिंदगी असमय काल का ग्रास न बने।



