Bihar Liquor Ban: जब सूखी धरती पर अवैध मदिरा की फसल लहलहाती है, तो खाकी वर्दी का अंकुश उस पर वज्र बनकर टूटता है। बिहार में पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है, इसी कड़ी में झारखंड सीमा से सटे गांवों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई है।
Bihar Liquor Ban: झारखंड सीमा पर पुलिस का एक्शन, आदिवासी गांवों में शराब माफियाओं पर टूट पड़ा कहर
Bihar Liquor Ban: सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की सख्ती
राज्य में पूर्ण शराबबंदी को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इसी क्रम में, एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए, थानाध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी अभियान चलाया गया है। यह अभियान थाना क्षेत्र के उन आदिवासी बहुल गांवों पर केंद्रित है जो सीधे झारखंड की सीमा से सटे हैं। इन क्षेत्रों में अवैध शराब का निर्माण और उसकी बिक्री एक गंभीर समस्या बनी हुई है, जिस पर अंकुश लगाना आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस की प्राथमिकता है।
अभियान के दौरान, पुलिस टीम ने संदिग्ध ठिकानों और संभावित अवैध शराब निर्माण स्थलों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। झारखंड से सटे होने के कारण इन गांवों में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है, जो राज्य के शराबबंदी कानून के लिए एक बड़ी चुनौती है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि इन क्षेत्रों से अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर दिया जाता। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य राज्य में शराबबंदी को और अधिक सुदृढ़ बनाना तथा युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाना है।
अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने की चुनौती
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब की तस्करी और निर्माण पर लगाम कसना एक जटिल कार्य है। तस्कर अक्सर भौगोलिक स्थिति और घनी आबादी वाले वन क्षेत्रों का लाभ उठाकर अपने अड्डों को छिपाते हैं। हालांकि, पुलिस दृढ़ संकल्प के साथ इस चुनौती का सामना कर रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि हमारी टीमें लगातार गुप्त सूचनाओं पर काम कर रही हैं और कड़ी निगरानी के बाद ही छापेमारी की जा रही है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से भी अपील की है कि वे अवैध गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचित करें ताकि इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सके। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इस तरह के अभियान न केवल अवैध शराब के कारोबारियों पर नकेल कसते हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी देते हैं।
यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन शराबबंदी कानून को लेकर कितना गंभीर है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। आगे भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे ताकि राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे और किसी भी कीमत पर अवैध शराब को पनपने न दिया जाए।



