Rasika Dugal News: मिर्जापुर में डिंपी पंडित के साथ अपने बेबाक और बोल्ड अवतार से दर्शकों के दिलों में आग लगाने वाली रसिका दुग्गल ने हाल ही में अपने इंटीमेट सीन्स की शूटिंग को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। एक्ट्रेस ने बताया है कि कैसे इन सीन्स को सेट पर फिल्माया जाता है और इसमें इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर्स का क्या रोल होता है।
Rasika Dugal News: बॉलीवुड की टैलेंटेड एक्ट्रेस रसिका दुग्गल, जिन्हें वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ में उनके दमदार अभिनय और इंटीमेट सीन्स के लिए जाना जाता है, ने हाल ही में इन अंतरंग दृश्यों की शूटिंग प्रक्रिया पर खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि कैसे अब सेट पर इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर मौजूद होते हैं, जिससे एक्टर्स के लिए ऐसे सीन्स करना और भी आसान हो गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
रसिका दुग्गल ने खोली ‘मिर्ज़ापुर’ के इंटीमेट सीन्स की पोल, बताया कैसे शूट होते थे अंतरंग दृश्य!
‘मिर्ज़ापुर’ में रसिका दुग्गल के बेबाक बोल: इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर का रोल
हाल ही में बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में रसिका दुग्गल ने खुलासा किया कि अब इंटीमेट सीन्स की शूटिंग के लिए सेट पर इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर होते हैं। उन्होंने इसे एक सकारात्मक बदलाव बताया, ठीक वैसे ही जैसे डांस के लिए कोरियोग्राफर और एक्शन दृश्यों के लिए एक्शन डायरेक्टर होते हैं। रसिका ने कहा, “इंटीमेट सीन के लिए हमारे पास अब इंटीमेसी कॉर्डिनेटर है और ये बहुत अच्छा बदलाव आया है। मुझे लगता है कि सेट पर इंटीमेसी कॉर्डिनेटर होना बहुत अच्छा है जैसे डांस के लिए कोरियोग्राफर होता है और एक्शन सीक्वेंस को भी कोरियोग्राफ किया जाता है। इसी तरह इंटीमेट सीन्स के लिए इंटीमेसी कॉर्डिनेटर होते हैं।”
मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/entertainment/
तकनीकी बारीकियां और अभिनेताओं का प्रोफेशनल रवैया
रसिका ने बताया कि अंतरंग दृश्य फिल्माना बहुत ही तकनीकी होता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग इंटीमेसी डायरेक्टर्स का काम करने का अपना तरीका होता है। ऐसे सीन्स को शूट करने से पहले वर्कशॉप्स की जाती हैं, जिसमें एक्टर्स को यह समझने में मदद मिलती है कि उनके को-एक्टर के लिए क्या सहज है और क्या नहीं। वे सीन की आवश्यकताओं, क्लोज सेट की जरूरत और एक्टर की बॉडी लैंग्वेज पर भी चर्चा करते हैं।
एक्ट्रेस ने आगे बताया, “जैसे पहले हमने वर्कशॉप्स की थीं, हमने एक्सरसाइज की ये समझने के लिए कि दूसरे इंसान के लिए क्या कंफर्टेबल है और क्या नहीं है। ये सब कॉर्डिनेट करने के लिए कोई होता हैं कि सीन के लिए क्या जरूरी है, ये क्लोज सेट है या नहीं और वो क्लोज सेट के लिए बुलाते हैं।” आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ये सब बेसिक चीजें हैं कंफर्टेबल महसूस कराने के लिए और फिर कोरियोग्राफ उसी तरह से होता है जैसे अपना पहले रिहर्सल की होती है कि शॉट यहां से शुरू होगा, आपकी बॉडी का ये पार्ट दिखाया जाएगा और आप इससे कंफर्टेबल हो या नहीं और जब आप अपने को-एक्टर के साथ मूव करते हो तो वो मूवमेंट कैसी होगी, ये सब बहुत प्रोफेशनली और टेक्निकली डिस्कस और रिहर्स की जाती है।”
कुलभूषण खरबंदा के साथ मिर्ज़ापुर में इंटीमेट सीन के दौरान सहजता पर पूछे गए सवाल पर रसिका ने बताया कि ‘मिर्ज़ापुर’ सीजन 1 में इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर्स नहीं थे। इसके बावजूद, सिनेमा की खास बात यही है कि इन सीन्स को इस तरह से शूट किया गया था कि जब आप उन्हें दोबारा देखें तो वे सिल्हुट और तकनीकी शॉट्स के रूप में दिखें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं थी क्योंकि वे दोनों बहुत पेशेवर कलाकार हैं।



