Bihar Teacher Cyber Fraud: एक पल की चूक और जीवन भर की कमाई पलक झपकते ही गायब। बिहार में साइबर अपराधियों ने एक शिक्षक की जिंदगी भर की जमा पूंजी को उड़ा दिया, उन्हें पता भी नहीं चला कि कैसे उनके बैंक खाते से लाखों रुपये साफ हो गए।
बिहार में अब साइबर अपराधियों के निशाने पर आम लोग ही नहीं, बल्कि सरकारी कर्मचारी भी आ गए हैं। ताजा मामला भागलपुर जिले से सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को लाखों रुपये की चपत लगी है। साइबर ठगों ने बेहद शातिराना तरीके से उनके बैंक खाते से 21,69,102 रुपये निकाल लिए। यह घटना यह बताती है कि कैसे अपराधी लगातार नए तरीकों से लोगों को फंसा रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Bihar Teacher Cyber Fraud: कैसे हुआ यह बड़ा खेल?
पुलिस के अनुसार, साइबर ठगों ने शिक्षक को एक एपीके (APK) फाइल भेजी थी। यह फाइल किसी वैध ऐप की तरह दिखती है, लेकिन असल में यह एक मैलवेयर होता है, जो फोन में इंस्टॉल होते ही सारी जानकारी चुरा लेता है। जैसे ही शिक्षक ने उस फाइल को अपने मोबाइल में इंस्टॉल किया, ठगों ने उनके बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल कर ली और फिर रुपये निकालना शुरू कर दिया। इस तरह की डिजिटल ठगी से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहना चाहिए।
इस बड़ी धोखाधड़ी के बाद शिक्षक ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है। साइबर सेल की टीम उन बैंक खातों और आईपी एड्रेस की तलाश कर रही है, जहां यह रकम ट्रांसफर की गई है। यह घटना साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
बढ़ते साइबर अपराध, क्या है बचने का तरीका?
भागलपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक या एपीके फाइल पर क्लिक न करें और न ही उसे अपने फोन में इंस्टॉल करें। बैंक या किसी सरकारी संस्था के नाम पर आने वाले किसी भी संदिग्ध मैसेज या कॉल से सावधान रहें। अपनी गोपनीय जानकारी जैसे ओटीपी, पासवर्ड कभी किसी के साथ साझा न करें, चाहे वह कोई भी हो। साइबर क्राइम से बचाव ही सबसे उत्तम उपाय है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ऐसी डिजिटल ठगी से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र हथियार है।




