Bihar Rural Roads: सड़कें सिर्फ विकास की धमनियां नहीं होतीं, वे किसी भी क्षेत्र की तरक्की का पैमाना होती हैं। अब बिहार में इन धमनियों की सेहत का जिम्मा सीधे जनता के हाथों में सौंप दिया गया है, ताकि एक भी ‘नब्ज़’ कमजोर न रहे।
Bihar Rural Roads: अब बिहार की ग्रामीण सड़कों पर गड्ढा दिखा तो मोबाइल से करें शिकायत, सीधे विभाग तक पहुंचेगी बात
Bihar Rural Roads: ग्रामीण कार्य विभाग की नई पहल
बिहार में अब अगर आपको सड़क पर कोई गड्ढा या गुणवत्ता संबंधी शिकायत दिखती है, तो आपको केवल झुंझलाने की जरूरत नहीं है। अब आप अपना मोबाइल निकालिए, तस्वीर खींचिए और सीधे संबंधित विभाग तक अपनी शिकायत पहुंचा दीजिए। ग्रामीण कार्य विभाग ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत बनने वाली और रखरखाव वाली सड़कों की निगरानी की कमान अब सीधे आम जनता के हाथों में सौंप दी है। यह एक ऐसी पहल है जो पारदर्शिता और जवाबदेही को नए आयाम देगी।
राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनी सड़कों की गुणवत्ता बनी रहे और उनका रखरखाव ठीक से हो। विभाग का मानना है कि जनता से सीधे मिलने वाला फीडबैक सबसे सटीक और प्रभावी होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस नए तंत्र के माध्यम से न केवल शिकायतों का निवारण तेजी से होगा, बल्कि सड़कों के निर्माण और मरम्मत में भी सुधार देखने को मिलेगा।
अब जनता बनेगी सड़कों की निगरानी टीम
यह ‘क्यूआर कोड फीडबैक सिस्टम’ अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। इसके तहत, ग्रामीण सड़कों पर क्यूआर कोड लगाए जाएंगे, जिन्हें स्कैन करके सीधे शिकायत दर्ज की जा सकेगी। इस ‘क्यूआर कोड फीडबैक सिस्टम’ से जनता को सशक्त किया गया है ताकि वे खुद अपने इलाके की सड़कों की स्थिति पर नज़र रख सकें। यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि ठेकेदार और संबंधित अधिकारी अपने काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और सड़कों की लाइफ-लाइन को दुरुस्त रखने में सहायक सिद्ध होगी।
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पारदर्शिता और जवाबदेही की नई पहल
इस नई व्यवस्था से उम्मीद की जा रही है कि सड़कों की गुणवत्ता को लेकर बरती जाने वाली मनमानी पर लगाम लगेगी। यह प्रणाली न केवल शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया को सरल बनाती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो। ग्रामीण कार्य विभाग का यह कदम दर्शाता है कि सरकार ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर कितनी गंभीर है। यह पहल बिहार के ग्रामीण इलाकों में सड़कों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है, जिससे आम जनता को बेहतर और सुरक्षित आवागमन का अनुभव मिलेगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




