Bihar Cold Wave: प्रकृत्ति ने ऐसी ठिठुरन ओढ़ी है कि जनजीवन ठहर सा गया है। बिहार इन दिनों ऐसी भीषण शीतलहर की चपेट में है, जहाँ सूरज की तपिश भी बेअसर लग रही है।
बीते चार दिनों से पूरा बिहार भीषण ठंड की गिरफ्त में है। मौसम ने ऐसी करवट बदली है कि अब यह सिर्फ एक आम सर्दी नहीं, बल्कि लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह से प्रभावित करने वाली एक गंभीर चुनौती बन गई है। सुबह से देर शाम तक घना कोहरा छाया रहता है और सूरज के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं। इस ठंड का प्रकोप न सिर्फ शहरी, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी समान रूप से दिख रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
भीषण Bihar Cold Wave: जनजीवन प्रभावित
ठंड ने अपनी ऐसी चादर ओढ़ी है कि बच्चे, बूढ़े और जवान सभी ठिठुर रहे हैं। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर रोज़गार के लिए निकलने वाले श्रमिकों तक, हर वर्ग ठंड से बेहाल है। अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, निमोनिया और श्वास संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रशासन ने कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है, ताकि बच्चों को इस जानलेवा ठंड से बचाया जा सके।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे शीतलहर का प्रकोप और बढ़ सकता है। विशेष रूप से रात और सुबह के समय ठंड अपने चरम पर रहेगी। लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती की समस्या ने भी लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
सरकार की तैयारी और जनसुरक्षा के उपाय
राज्य सरकार ने ठंड से बचाव के लिए कई निर्देश जारी किए हैं। जिला प्रशासन को सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने और बेघर लोगों के लिए रैनबसेरों का प्रबंध करने का आदेश दिया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और ठंड से बचाव के सभी उपाय अपनाएं। विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखने की सलाह दी गई है।
डॉक्टरों ने भी लोगों को गर्म पानी पीने, पौष्टिक भोजन लेने और घर में ही रहने की सलाह दी है। यह सलाह विशेष रूप से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों और श्वसन संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यकतानुसार और भी कदम उठाने की तैयारी में है।
आगे क्या? मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं का असर बिहार पर भी पड़ रहा है। अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। लोगों को सुबह और शाम के समय यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। यह स्थिति किसानों के लिए भी चिंता का विषय है, क्योंकि पाले से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
फिलहाल बिहार में ठंड का प्रकोप जारी रहेगा और लोगों को अभी कुछ और दिन इस भीषण शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




