Patna Anganwadi: बरसों से कच्ची दीवारों और जर्जर छतों के नीचे पल रही बचपन की उम्मीदों को अब पक्की नींव मिलेगी। पटना जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की दशकों पुरानी बदहाली अब इतिहास बनने जा रही है।
Patna Anganwadi: पटना जिले में वर्षों से किराये के मकानों, सरकारी कमरों और अस्थायी झोंपड़ियों में संचालित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्रों की सूरत बदलने वाली है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। जिले के सात अंचलों में कुल 27 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अब स्थायी और मजबूत भवन निर्मित किए जाएंगे। यह परियोजना उन हजारों बच्चों के लिए एक नई सुबह लेकर आएगी जो अब तक ऐसे अनुपयुक्त ढांचों में शिक्षा और पोषण प्राप्त कर रहे थे। एक सुव्यवस्थित और सुरक्षित ढांचा इन बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
पटना आंगनबाड़ी: नाबार्ड के सहयोग से 27 केंद्रों को मिलेगी नई पहचान
इस महत्वपूर्ण पहल के पीछे राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) का मजबूत हाथ है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1, नाबार्ड इस पूरे प्रोजेक्ट में अपना अहम सहयोग प्रदान करेगा, जो कि ग्रामीण विकास के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सभी चयनित केंद्रों के लिए आवश्यक भूमि भी उपलब्ध करा दी गई है, जिससे निर्माण कार्य में कोई बाधा नहीं आएगी। इस योजना से पटना जिले में बाल विकास सेवाओं को एक नई गति मिलेगी। आंगनबाड़ी केंद्रों का आधुनिकीकरण न केवल बच्चों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करेगा, बल्कि कार्यकर्ताओं को भी एक सम्मानजनक और उपयुक्त कार्यस्थल प्रदान करेगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
सुविधाओं में होगा अभूतपूर्व विस्तार
इन पक्के भवनों में बच्चों के लिए खेलने, सीखने और पोषण संबंधी गतिविधियों को आयोजित करने के लिए पर्याप्त जगह होगी। यह कदम बिहार सरकार के बाल कल्याण कार्यक्रमों और ग्रामीण विकास के लक्ष्यों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उम्मीद है कि जल्द ही इन आधुनिक सुविधाओं से लैस केंद्रों में सुनहरे भविष्य की नींव रखी जाएगी और नौनिहालों को बेहतर वातावरण मिलेगा।




