Madhubani Agriculture News: मधुबनी देशज टाइम्स। धरती की कोख से अन्न उपजाने वाले अन्नदाताओं की तकदीर बदलने और हरियाली की नई इबारत लिखने के लिए मधुबनी में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में जिला पदाधिकारी ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिसका सीधा असर किसानों पर पड़ेगा।
Madhubani Agriculture News: किसानों के हक पर डाका डालने वालों की अब खैर नहीं! DM ने दिए कड़े निर्देश
मधुबनी। अन्नदाताओं की मेहनत और उनकी उपज को सहेजने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। इसी कड़ी में, बीते देर शाम मधुबनी के जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा ने वर्चुअल माध्यम से कृषि टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। इस बैठक में कृषि क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा हुई और संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मधुबनी एग्रीकल्चर न्यूज़: इनपुट अनुदान और खाद की कालाबाजारी पर DM का चाबुक
बैठक के दौरान, जिला कृषि पदाधिकारी ने किसान इनपुट अनुदान वर्ष 2025-26 से संबंधित जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि एक अनुमंडल के तीन प्रखंडों की बत्तीस पंचायतों से कुल 21072 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों का नियमानुसार संबंधित पंचायत कर्मियों और पदाधिकारियों द्वारा नियमित सत्यापन किया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने आवेदनों के निष्पादन में शिथिलता बरतने वाले निचले पांच पंचायतों के कर्मियों को चिन्हित कर उनसे स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसके अतिरिक्त, पिछले सात दिनों में आवेदनों के पंचायतवार निष्पादन की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर असंतोषजनक कार्य करने वाले कर्मियों या पदाधिकारियों को चिन्हित कर उनसे भी स्पष्टीकरण पूछने और नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी किसान इनपुट अनुदान से वंचित न रहे और प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
उर्वरक की आवश्यकता और उसकी उपलब्धता की समीक्षा करते हुए, जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि उर्वरकों की कालाबाजारी पर पूर्ण विराम लगना चाहिए। किसानों को निर्धारित दर पर उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु नियमित छापेमारी करने और गलत पाए जाने पर तत्काल कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। यह कदम किसानों को आर्थिक बोझ से बचाने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
मूंग की खेती और प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना: प्रगतिशील किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण
जिला पदाधिकारी ने गरमा मौसम में मूंग की खेती में गुणात्मक वृद्धि लाने के उद्देश्य से एक नई पहल शुरू करने के निर्देश दिए। सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को अपने-अपने प्रखंडों में एक-एक प्रगतिशील किसान को चिन्हित कर उनका गूगल डॉक में डेटाबेस तैयार करने को कहा गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन किसानों को जिला और राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि उनकी पैदावार और आय में बढ़ोतरी हो सके। यह योजना कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के सभी घटकों का डेटा गूगल डॉक में चौबीस घंटे के भीतर अपडेट करने के निर्देश सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को दिए गए। ऐसे संकेतक, जिनमें जिले में कार्य नहीं किया जा रहा है, उन्हें चिन्हित कर कार्य करने की संभावनाओं को तलाशने और उनकी संरचना तैयार करने का भी आदेश दिया गया। इस बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी सहित सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कृषि टास्क फोर्स के सदस्य वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मधुबनी जिला प्रशासन की यह पहल कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा भरने और किसानों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक मजबूत संकेत है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




