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दिसम्बर, 24, 2025

Bihar Rail Crime: पटना में अब अपराधियों की खैर नहीं! नए रेल थाने और 5 अपराध नियंत्रण केंद्रों का प्रस्ताव

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Bihar Rail Crime: पटरी पर बढ़ते अपराध, रेल यात्रियों की सुरक्षा पर मंडराता खतरा। इन चुनौतियों से निपटने के लिए बिहार रेल पुलिस ने अब कमर कस ली है। रेल एसपी ने एक नए रेल थाने और पांच अपराध नियंत्रण केंद्र बनाने का प्रस्ताव भेजा है, जिससे अपराधियों की अब खैर नहीं।

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Bihar Rail Crime: पटना में अब अपराधियों की खैर नहीं! नए रेल थाने और 5 अपराध नियंत्रण केंद्रों का प्रस्ताव

बिहार रेल क्राइम: अपराधियों पर लगाम कसने की तैयारी

बिहार में रेल अपराधों में लगातार हो रही वृद्धि और बड़े थाना क्षेत्रों की वजह से पुलिस को घटनास्थल तक पहुँचने में दिक्कतें आती हैं। इन चुनौतियों का सामना करने और रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। पटना रेल जिले के रेल एसपी डॉ. इनामुल हक ने पुलिस मुख्यालय को एक नया रेल थाना और पाँच रेल अपराध नियंत्रण केंद्र बनाने का प्रस्ताव भेजा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी रेलखंड पर कोई घटना होने की स्थिति में पुलिस को मौके तक पहुँचने में विलंब न हो, और अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जा सके, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

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यह प्रस्ताव रेल यात्रियों के बीच बेहतर रेल सुरक्षा का माहौल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान व्यवस्था में अक्सर देखा गया है कि बड़े भौगोलिक क्षेत्र के कारण पुलिस को घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देने में परेशानी होती है, जिससे अपराधियों को फायदा मिलता है।

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बढ़ते अपराध और व्यापक क्षेत्राधिकार की चुनौती

रेल पुलिस का मानना है कि नए थाना और नियंत्रण केंद्र बनने से पुलिस बल की तैनाती अधिक प्रभावी ढंग से हो पाएगी। यह सीधे तौर पर अपराध नियंत्रण में मदद करेगा और साथ ही पुलिस की उपस्थिति भी सुनिश्चित करेगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

इन पांच अपराध नियंत्रण केंद्रों की स्थापना उन रणनीतिक स्थानों पर की जाएगी जहाँ रेल यातायात अधिक होता है या जहाँ अपराध की घटनाएँ अक्सर दर्ज की जाती हैं। इससे पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता बढ़ेगी और वह अपराधियों को घटना को अंजाम देने के तुरंत बाद ही घेर पाएगी। यह निर्णय बिहार के रेल यात्रियों के लिए एक सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

रेल एसपी डॉ. इनामुल हक ने बताया कि इस प्रस्ताव पर मुख्यालय स्तर पर विचार-विमर्श चल रहा है और जल्द ही इस पर अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है। यह पहल न केवल अपराधों को रोकेगी बल्कि यात्रियों में रेल सुरक्षा के प्रति विश्वास भी बढ़ाएगी।

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