राहुल गांधी: सत्ता के गलियारों में जब नीतियों की तलवार चलती है, तो उसकी धार अक्सर आम आदमी के जीवन पर पड़ती है। खासकर जब बात देश की आर्थिक रीढ़ की हो, तो उसके टूटने का दर्द हर किसी को महसूस होता है।
राहुल गांधी का मोदी सरकार पर करारा वार: छोटे व्यापारियों की बर्बादी का लगाया आरोप!
राहुल गांधी ने वैश्य समुदाय के साथ एकजुटता दिखाई
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियां छोटे व्यवसायों को लगातार नुकसान पहुँचा रही हैं, विशेषकर वैश्य (व्यापारी) समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल गांधी ने वैश्य समुदाय को अपना पूरा समर्थन देते हुए इसे भाजपा की ‘सामंती मानसिकता’ के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई करार दिया। उन्होंने समुदाय के संघर्षों पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे अर्थव्यवस्था पर सरकारी कार्यों के नकारात्मक प्रभावों की चेतावनी के रूप में देखा।
आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “हमारा व्यवसाय पतन के कगार पर है – व्यापार जगत में वैश्य समुदाय की यह पीड़ादायक पुकार हमें अंदर तक झकझोर रही है।” उन्होंने आगे कहा कि जिस समुदाय ने ऐतिहासिक रूप से राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में इतना योगदान दिया है, वह आज निराशा में है – यह एक गंभीर खतरे की घंटी है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने एकाधिकारों को खुली छूट दे दी है और छोटे व्यापारी तथा मध्यम व्यापारियों को नौकरशाही और गलत जीएसटी जैसी दोषपूर्ण नीतियों की जंजीरों में जकड़ दिया है। यह सिर्फ नीतिगत विफलता नहीं, बल्कि उत्पादन, रोजगार और भारत के भविष्य पर सीधा हमला है। उन्होंने इस लड़ाई को भाजपा सरकार की सामंती मानसिकता के खिलाफ बताया और कहा कि वह इस लड़ाई में देश के व्यापार की रीढ़ माने जाने वाले वैश्य समुदाय के साथ पूरी ताकत से खड़े हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यह स्थिति वाकई चिंताजनक है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
‘VB-G RAM-G विधेयक’ पर राहुल गांधी का सवाल
इसी बीच, कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर ‘विकसित भारत-रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025’ (VB-G RAM-G विधेयक) पर संसद में चर्चा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यह विधेयक विकास लाने के लिए नहीं, बल्कि विनाश लाने के लिए है, जिसकी कीमत लाखों भारतीयों को अपनी आजीविका खोकर चुकानी पड़ेगी। गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “कोई सार्वजनिक चर्चा नहीं, संसद में कोई विचार-विमर्श नहीं, राज्यों की कोई सहमति नहीं – मोदी सरकार ने मनरेगा और लोकतंत्र दोनों पर ही बुलडोजर चला दिया है।” उन्होंने इसे विकास नहीं, बल्कि विनाश बताया, जिसकी कीमत लाखों मेहनतकश भारतीयों को अपनी आजीविका खोकर चुकानी पड़ेगी।




