Delhi Metro Expansion: दिल्ली की धड़कनें अब और तेज दौड़ेंगी। जिस गति से मेट्रो का जाल बिछ रहा है, वह सिर्फ पटरियां नहीं, बल्कि लाखों जिंदगियों को रफ्तार दे रहा है। राजधानी की रफ्तार में एक और मील का पत्थर जुड़ने जा रहा है, जिससे न केवल आवागमन सुगम होगा बल्कि विकास की नई गाथा भी लिखी जाएगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के विस्तार के महत्वाकांक्षी चरण 5ए को हरी झंडी दे दी है।
दिल्ली मेट्रो विस्तार: कनेक्टिविटी का नया अध्याय
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो परियोजना के विस्तार को स्वीकृति दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना पर 12,015 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना और राष्ट्रीय राजधानी में यातायात की भीड़ को कम करना है। दिल्ली मेट्रो के चरण 5ए में कुल 13 नए स्टेशन शामिल होंगे, जो शहर की जीवनरेखा को और मजबूत करेंगे।
प्रस्तावित विस्तार के तहत 16 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन बिछाई जाएगी, जिसमें 13 स्टेशन होंगे। इनमें से 10 स्टेशन भूमिगत होंगे, जबकि तीन एलिवेटेड। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, दिल्ली मेट्रो का कुल नेटवर्क 400 किलोमीटर से भी अधिक लंबा हो जाएगा, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्कों में से एक बन जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस फैसले पर जानकारी देते हुए मंत्री वैष्णव ने स्पष्ट किया कि दिल्ली मेट्रो के चरण 5ए में 13 स्टेशन जोड़े जाएंगे। यह 16 किलोमीटर लंबी नई लाइन 12,015 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगी। उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली मेट्रो का विस्तार तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक, रामकृष्ण आश्रम से इंद्रप्रस्थ तक और एयरोसिटी से टर्मिनल 1 तक किया जाएगा, जिससे व्यापक शहरी क्षेत्र को लाभ मिलेगा।
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दिल्ली मेट्रो के चरण 5ए परियोजना के तहत तीन प्रमुख नए कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। इनमें आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक (9.913 किमी), एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 तक (2.263 किमी) और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक (3.9 किमी) के खंड शामिल हैं। इन तीनों खंडों की कुल लंबाई 16.076 किलोमीटर है, जो राष्ट्रीय राजधानी में आवागमन को और अधिक सुगम बनाएगी।
आरके आश्रम मार्ग-इंद्रप्रस्थ खंड बॉटनिकल गार्डन-आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर का ही विस्तार है। यह खंड विशेष रूप से सेंट्रल विस्टा क्षेत्र को मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिसका वर्तमान में पुनर्विकास कार्य जोरों पर चल रहा है। इस विस्तार से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी बल्कि क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी।
परियोजना का महत्व और भविष्य की योजनाएं
एयरोसिटी-आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 और तुगलकाबाद-कालिंदी कुंज खंड एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का विस्तार होंगे। ये खंड तुगलकाबाद, साकेत, कालिंदी कुंज जैसे राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी भागों से हवाई अड्डे तक की कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण बढ़ावा देंगे। इससे लाखों यात्रियों को सीधी और तीव्र आवागमन सुविधा मिलेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1, जो आपको हर पल की खबर से अपडेट रखता है।
इन विस्तारों में कुल 13 नए स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें से 10 स्टेशन भूमिगत पद्धति से निर्मित किए जाएंगे, जबकि तीन स्टेशन एलिवेटेड (उपरिगामी) होंगे। केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने पत्रकारों को बताया कि इस विस्तार परियोजना की अनुमानित अवधि तीन वर्ष निर्धारित की गई है। उन्होंने यह भी कहा, “दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना के चरण-वीए के निर्माण की समयसीमा तीन वर्ष है। अधिकांश निर्माण कार्य सुरंग खोदने वाली मशीनों (TBM) का उपयोग करके भूमिगत रूप से किया जाएगा, जिससे शहर के राष्ट्रीय राजधानी में यातायात को न्यूनतम बाधा पहुंचेगी।” यह परियोजना दिल्ली के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शहरी विकास और सुगम परिवहन की दिशा में एक नया मील का पत्थर स्थापित करेगी।


