Income Tax Workshop: भागलपुर देशज टाइम्स।जैसे कोई परिंदा उड़ान भरने से पहले अपने पंखों को जांचता है, वैसे ही देश की अर्थव्यवस्था अपनी नींव मजबूत रखने के लिए हर एक नागरिक के योगदान को परखती है। जब बात आती है राष्ट्रीय निर्माण में भागीदारी की, तो ईमानदारी ही सबसे बड़ा धर्म है। इसी कड़ी में आयकर विभाग ने करदाताओं को जागरूक करने और फर्जी दावों पर लगाम लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है।
Income Tax Workshop: फर्जी दावों पर नकेल, आयकर विभाग का ‘जागरूकता अभियान’ राष्ट्र निर्माण की नई दिशा!
आयकर विभाग की पहल: Income Tax Workshop का उद्देश्य
भागलपुर ज़ोन के करदाताओं और कर पेशेवरों को फर्जी दावों से बचने और उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से आयकर विभाग द्वारा एक विशाल कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भागलपुर, बांका, पूर्णिया, कटिहार समेत पूरे भागलपुर ज़ोन के प्रमुख करदाता, चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ-साथ ज़िला प्रशासन के अधिकारी और डीडीओ भी उपस्थित रहे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। बिहार-झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त तुषार धवल सिंह ने इस अवसर पर बताया कि यह देखा जा रहा है कि कुछ करदाता अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए कई तरीकों से बोगस क्लेम कर रहे हैं। इस प्रकार की गतिविधियां देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा रही हैं।
आयकर विभाग का स्पष्ट मत है कि आय के तमाम स्रोतों पर कर का प्रावधान है, लेकिन ‘गगरी में छेद’ करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लोभ-लालच में आकर कर चोरी की घटनाएं भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रधान आयकर आयुक्त ने यह भी जानकारी दी कि नए दौर में फर्जी राजनीतिक पार्टियां बनाकर चंदा लेने का चलन भी देखा गया है। आयकर विभाग की ऐसे सभी अनैतिक गतिविधियों पर पैनी नज़र है।
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राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील
तुषार धवल सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि भागलपुर ज़ोन के तमाम करदाता और कर पेशेवर काफी जागरूक हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे सही ढंग से कर का भुगतान करके राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। यह कार्यशाला करदाताओं को न केवल नियमों की जानकारी देगी, बल्कि उन्हें ईमानदारी से टैक्स भरने के लिए भी प्रेरित करेगी, ताकि देश की प्रगति में हर नागरिक का सच्चा योगदान सुनिश्चित हो सके। यह कार्यशाला विशेष रूप से फर्जी दावों और उनसे होने वाले नुकसान पर केंद्रित थी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




