Ahilyasthan News: कमतौल दरभंगा देशज टाइम्स। सदियों की विरासत, आस्था और आध्यात्म का संगम अहल्यास्थान, जो अब अपनी खोई हुई चमक फिर से पाने को तैयार है। विकास की बयार बह रही है और अतिक्रमण की बेड़ियां टूट रही हैं, ताकि यह प्राचीन स्थल अपनी भव्यता के साथ राष्ट्र को समर्पित हो सके। दरभंगा जिले के कमतौल स्थित अहल्यास्थान में होने वाले 14वें अहल्या गौतम महोत्सव की तैयारियों का जायजा लेने और करोड़ों की लागत से चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करने बुधवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार मौके पर पहुंचे। उनके साथ अपर समाहर्ता मनोज कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सलीम अख्तर, एसडीपीओ सदर टू शुभेन्द्र कुमार सुमन, बीडीओ मनोज कुमार, सीओ वतसांक, साथ ही न्यास के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कई सदस्य भी मौजूद थे। यह पहल इस ऐतिहासिक स्थल को नवजीवन प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निरीक्षण के बाद, जिलाधिकारी ने न्यास के कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर परिसर के भीतर कई दुकानें अनाधिकृत रूप से बनी हुई हैं और उनका रखरखाव भी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने कहा, “यह अब केवल एक स्थानीय मंदिर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय महत्व का स्थल बनने जा रहा है, जिसे देखने के लिए देश ही नहीं, विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आएंगे। मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है और इसकी गरिमा बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी अनाधिकृत अतिक्रमण है, उसे तत्काल हटाया जाएगा, ताकि पूरा परिसर एक ट्रस्ट के दायरे में आ सके और जल्द से जल्द जनता को समर्पित किया जा सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि विकास कार्य बिना किसी बाधा के आगे बढ़ें।
Ahilyasthan News: विकास कार्य और अतिक्रमण पर डीएम का सख्त रुख
जिलाधिकारी ने मंदिर परिसर में चल रहे विकासात्मक कार्यों का बेहद बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने एसडीएम विकास कुमार और सीओ वत्सांक को निर्देश दिया कि विकास कार्यों में आने वाली सभी रुकावटों को युद्धस्तर पर दूर किया जाए। सीओ ने जिलाधिकारी को बताया कि पूर्व में ही मापी कराकर सभी चीजों को स्पष्ट कर लिया गया है, लेकिन आज अंतिम रूप से मापी कराकर किसी भी तरह की शंका को दूर कर लिया जाएगा। इसी दौरान, वहां मौजूद ग्रामीणों ने अहल्यास्थान परिसर में स्थित सरकारी जमीन पर बने निजी विवाह भवन सहित अन्य अवैध अतिक्रमणों की ओर भी जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया।
तत्काल प्रभाव से, जिलाधिकारी ने एसडीएम और सीओ को निर्देश दिया कि सरकारी जमीन को चिन्हित कर अविलंब सभी अतिक्रमणों को हटवाया जाए। एसडीएम ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि सभी अतिक्रमणों को जल्द से जल्द खाली करवा लिया जाएगा। उन्होंने विकास कार्य करा रही एजेंसी कश्यप सर्विसेज के संवेदक मनीष कुमार को भी कार्य में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया, ताकि निर्धारित समय-सीमा के भीतर परियोजना पूरी की जा सके। यह स्पष्ट है कि प्रशासन अब इस दिशा में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान ही अहल्यास्थान मंदिर के जीर्णोद्धार और मंदिर सौंदर्यीकरण की योजना को स्वीकृति मिली थी। इसी योजना के तहत संवेदक द्वारा कार्य किया जा रहा है, जिसमें कुछ रुकावटें आई थीं, जिनका डीएम ने स्वयं आकर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मापी संबंधी कुछ विवाद थे, जिनको लेकर एसडीएम और सीओ को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, और वे जल्द ही इन सभी समस्याओं का समाधान कर लेंगे। संवेदक को भी कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
डीएम ने यह भी जानकारी दी कि अहल्यास्थान के सर्वांगीण विकास के लिए परिसर के इर्द-गिर्द 18 एकड़ रैयती जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यह अधिग्रहण कार्य मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे इस ऐतिहासिक स्थल को और अधिक विस्तार मिल सके। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
महोत्सव की तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
तीन दिवसीय अहल्या गौतम महोत्सव को लेकर चयनित कार्यक्रम स्थल का जिलाधिकारी ने भौतिक निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेज स्थल, प्रवेश द्वार, निकास द्वार सहित गाड़ी पार्किंग स्थल आदि का भी गहनता से अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर मौजूद आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता सलीम अख्तर को निर्देश दिया कि हर एक बिंदु पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि कार्यक्रम में किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन्न न हो। सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना महोत्सव की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशासन इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।


