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दिसम्बर, 24, 2025

बेतिया टैक्स डिफॉल्टर्स की बल्ले-बल्ले: ओटीएस योजना से ब्याज में 100% छूट, अक्टूबर 2025 से लागू

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Bettiah Tax Defaulters: बेतिया टैक्स डिफॉल्टर्स: शहर के हजारों बकायादारों के लिए उम्मीद की एक नई किरण फूटी है, जहां अब सरकारी खजाने में जमा हुई धूल को साफ करने का मौका मिलेगा। बेतिया नगर निगम ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए बकाया टैक्स पर बड़ी राहत का ऐलान किया है। नगर क्षेत्र के उन हजारों लोगों के लिए यह खबर वाकई किसी लॉटरी से कम नहीं है, जिन्होंने अलग-अलग कारणों से अपना संपत्ति कर समय पर जमा नहीं किया था।

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बेतिया टैक्स डिफॉल्टर्स के लिए विशेष योजना

नगर आवास एवं विकास विभाग के स्पष्ट निर्देशों के बाद, बेतिया नगर निगम ने वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) योजना को लागू कर दिया है। यह योजना अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगी, जिसके तहत बकायादारों को ब्याज में शत-प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो लंबे समय से ब्याज के बोझ तले दबे हुए थे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह योजना विशेष रूप से संपत्ति कर राहत प्रदान करने के उद्देश्य से लाई गई है, ताकि नगर निगम के राजस्व में वृद्धि हो सके और नागरिकों को भी राहत मिल सके।

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इस योजना से न केवल बकायादारों को बड़ी वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि नगर निगम के खाते में भी वर्षों से अटका राजस्व वापस आएगा। यह एक ऐसा कदम है जिससे दोनों पक्षों को लाभ होगा। बकायादार बिना ब्याज के अपनी मूल राशि जमा कर पाएंगे, जिससे उन्हें कानूनी कार्यवाही और दंड से भी मुक्ति मिलेगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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योजना का उद्देश्य और लाभ

ओटीएस योजना का मुख्य उद्देश्य करदाताओं को राहत देना और नगर निगम के राजस्व संग्रह को बढ़ाना है। अक्सर देखा जाता है कि लोग ब्याज की भारी रकम के कारण मूल कर चुकाने में भी हिचकिचाते हैं। ऐसे में, यह योजना उन बाधाओं को दूर करेगी और अधिक से अधिक लोगों को आगे आकर अपने बकाये का निपटारा करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह पहल शहर के विकास में भी सहायक होगी, क्योंकि बढ़े हुए राजस्व का उपयोग जन कल्याणकारी कार्यों में किया जा सकेगा।

योजना के तहत, बकायेदारों को नगर निगम कार्यालय में जाकर अपने संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे और निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए अपने बकाया संपत्ति कर का भुगतान करना होगा। यह प्रक्रिया सरल और सुगम बनाने का प्रयास किया गया है ताकि किसी भी करदाता को अनावश्यक परेशानी न हो। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह एक पारदर्शी व्यवस्था है जो नागरिकों को उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का एक और मौका देती है, साथ ही उन्हें महत्वपूर्ण संपत्ति कर राहत भी प्रदान करती है।

यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब देश के कई हिस्सों में स्थानीय निकायों द्वारा राजस्व संग्रह को बढ़ाने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। बेतिया नगर निगम का यह कदम न केवल बकायादारों के लिए एक बड़ी खबर है, बल्कि यह अन्य नगर निकायों के लिए भी एक मिसाल पेश करता है कि कैसे लचीली नीतियां अपनाकर राजस्व संग्रह को प्रभावी ढंग से बढ़ाया जा सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

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