Araria News: सरकारी दफ्तरों से बिजली के तार गायब हो जाना, सिर्फ एक चोरी नहीं, बल्कि सिस्टम पर लगा एक काला धब्बा है। यह बताता है कि चोरों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे अब सरकारी संपत्तियों पर भी हाथ साफ करने से डरते नहीं।
**अररिया में सरकारी कार्यालय से बिजली तार चोरी: सीसीटीवी में कैद हुई वारदात**
**अररिया में बढ़ती बिजली तार चोरी की घटनाएं: प्रशासन पर सवालिया निशान**
अररिया न्यूज़: जिले के नरपतगंज प्रखंड में स्थित प्रखंड व अंचल कार्यालय से बिजली के तार चोरी होने का मामला सामने आया है। यह पूरी वारदात कार्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसके बाद हड़कंप मच गया है। चोरों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए बड़ी आसानी से सरकारी कार्यालय की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात चोरों ने कार्यालय परिसर से मुख्य बिजली के तारों को काट लिया और फरार हो गए।
इस घटना के बाद से ही दोनों कार्यालयों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे सरकारी कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। कर्मचारियों को घंटों बिना बिजली के काम करना पड़ा और कई महत्वपूर्ण कार्य ठप हो गए। बताया जा रहा है कि चोरी हुए तारों की कीमत हजारों में है, लेकिन इससे हुआ नुकसान कहीं अधिक है क्योंकि यह सीधे तौर पर जनता से जुड़े कार्यों को प्रभावित करता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
यह कोई पहली बार नहीं है जब अररिया जिले में बिजली तार चोरी की वारदात हुई हो। इससे पहले भी कई जगहों से ऐसी खबरें सामने आ चुकी हैं, जो यह दर्शाती हैं कि जिले में चोरों का एक संगठित गिरोह सक्रिय है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस को इन वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए और अधिक सक्रियता दिखाने की जरूरत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी कार्यालयों में सुरक्षा के इंतजाम बेहद लचर हैं, जिसका फायदा चोर उठा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
**अधिकारियों की निष्क्रियता और सुरक्षा में सेंध**
प्रखंड व अंचल कार्यालय जैसी महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों से बिजली के तारों की चोरी होना सीधे तौर पर सुरक्षा में सेंध को दर्शाता है। यह स्पष्ट करता है कि या तो रात में कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था, या फिर वे अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे थे। अक्सर देखा जाता है कि सरकारी भवनों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारी उदासीन रहते हैं, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि केवल सीसीटीवी कैमरे लगा देने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उनकी नियमित निगरानी और सक्रिय सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी उतनी ही आवश्यक है। स्थानीय प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए न केवल चोरों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करनी चाहिए, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था भी लागू करनी होगी।


