ट्रेन रद्द समाचार:
ट्रेन रद्द समाचार: सर्दी की चादर ने ऐसी बिछाई अपनी पकड़ कि रफ्तार भी सिमट गई। घने कोहरे की मार ने रेल पटरियों पर भी ब्रेक लगा दिए हैं, जिससे लाखों लोगों की यात्रा पर संकट मंडरा रहा है।
ट्रेन रद्द समाचार: कोहरे का कहर जारी, दिसंबर से फरवरी तक परिचालन ठप
उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे ने ट्रेनों के परिचालन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसी क्रम में, भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और परिचालन दक्षता बनाए रखने के उद्देश्य से तीन जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों को 26 दिसंबर से 1 फरवरी तक के लिए रद्द कर दिया है। इस फैसले से दैनिक यात्रियों के साथ-साथ लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय बढ़ती ठंड और लगातार पड़ रहे घने कोहरे के कारण लिया गया है, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो जाती है। ऐसे में ट्रेनों को धीमी गति से चलाना पड़ता है, जिससे समय सारणी बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। रद्द की गई इन ट्रेनों में वे ट्रेनें शामिल हैं जो अक्सर छोटे शहरों और कस्बों को जोड़ती हैं, जिसका सीधा असर आम रेल यात्रियों पर पड़ेगा।
रद्द ट्रेनों की सूची और वैकल्पिक व्यवस्थाओं की जानकारी के लिए देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपकी यात्रा पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो नियमित रूप से इन मार्गों पर यात्रा करते हैं, यह एक बड़ी चुनौती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यात्रियों के लिए परेशानी और वैकल्पिक व्यवस्थाएं
ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना में बदलाव करना होगा। बस और अन्य सड़क परिवहन साधनों पर अचानक दबाव बढ़ सकता है, जिससे यात्रियों को अधिक किराया चुकाना पड़ सकता है या लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। रेलवे ने हालांकि वैकल्पिक व्यवस्थाओं के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा करने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति अवश्य जांच लें। यह स्थिति फरवरी के पहले सप्ताह तक जारी रहने की संभावना है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस अवधि में यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को सतर्क रहने और अपनी टिकटों की स्थिति की लगातार जांच करने की आवश्यकता है। यह कोहरा केवल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत में ट्रेनों के आवागमन को प्रभावित कर रहा है, जिसके कारण कई अन्य ट्रेनों के भी देर से चलने या मार्ग बदलने की खबरें आ रही हैं।


