Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भारतीय राजनीति के आकाश में ध्रुव तारे की तरह चमकने वाले, अपने ओजस्वी विचारों और अटल संकल्प से देश को नई दिशा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर पूरा राष्ट्र उन्हें नमन कर रहा है।
अटल बिहारी वाजपेयी बर्थ एनिवर्सरी: पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, कहा- व्यक्तित्व और नेतृत्व पथ-प्रदर्शक रहेगा
अटल बिहारी वाजपेयी बर्थ एनिवर्सरी: पीएम मोदी ने किया याद, बताया सुशासन का प्रतीक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि उनका विराट व्यक्तित्व, देशहित को समर्पित कार्य और दूरदर्शी नेतृत्व भारत के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा पथ-प्रदर्शक बना रहेगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।अटल बिहारी वाजपेयी ने 1996 से 2004 के बीच तीन बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। उनके कार्यकाल में भारत ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान मजबूत की।प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “देशवासियों के हृदय में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर सादर नमन। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सुशासन और राष्ट्र निर्माण को समर्पित कर दिया।”प्रधानमंत्री ने आगे जोड़ा, “वे एक प्रखर वक्ता के साथ-साथ ओजस्वी कवि के रूप में भी सदैव स्मरणीय रहेंगे। उनका व्यक्तित्व, कृतित्व और नेतृत्व देश के चहुंमुखी विकास के लिए पथ-प्रदर्शक बना रहेगा।” अटल जी का जीवन नैतिकता, आदर्शवाद और राष्ट्रवाद का अनुपम संगम था। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंमोदी ने इस अवसर पर कहा कि अटल जी की जन्म-जयंती हम सभी के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का एक विशेष अवसर है। उनका आचरण, शालीनता, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प भारतीय राजनीति के लिए एक आदर्श मानक है।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी रेखांकित किया कि अटल जी ने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, बल्कि आचरण से स्थापित होती है और वही समाज को सही दिशा देती है। उनकी जयंती को सरकार हर साल ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाती है, जो उनके शासन के आदर्शों को समर्पित है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
अटल जी का आदर्श और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हुआ था। भारतीय राजनीति के इस शिखर पुरुष का निधन 16 अगस्त 2018 को नई दिल्ली में हुआ। उनकी जयंती को पूरे देश में सुशासन दिवस के तौर पर मनाया जाता है, जो उनके स्वच्छ और पारदर्शी शासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।अटल जी का जीवन और दर्शन आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करता है। उनका बहुआयामी व्यक्तित्व उन्हें राजनीति, साहित्य और सामाजिक जीवन में एक अविस्मरणीय स्थान दिलाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इधर, पटना में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती आज पूरे देश में मनायी गयी।अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर राजकीय जयंती समारोह का आयोजन पाटलिपुत्रा पार्क, पटना में किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, विधायक सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी, विधायक संजीव चौरसिया, विधायक रत्नेश कुशवाहा, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ उदय कांत मिश्रा, बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के महासचिव अरविंद कुमार, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन, बिहार गीत एवं देश भक्ति गीतों का गायन भी किया गया।


