Foxconn India: जिस तरह सूरज अपनी पहली किरण से अंधकार चीर देता है, उसी तरह कर्नाटक ने औद्योगिक विकास की एक नई सुबह का आगाज़ किया है। यहाँ महज़ नौ महीनों में हज़ारों नौकरियों का सृजन एक चमत्कारी गाथा से कम नहीं।
Foxconn India का बेमिसाल विस्तार: रोज़गार और आत्मनिर्भरता की राह
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में कर्नाटक सरकार की औद्योगिक प्रगति की जमकर सराहना की है। उन्होंने इसे भारत में अब तक की सबसे तेज़ फ़ैक्ट्री विस्तार प्रक्रिया बताया। अपनी बात के समर्थन में, गांधी ने आईफोन निर्माता फॉक्सकॉन द्वारा बेंगलुरु के पास स्थित अपने कारखाने में की गई तीव्र भर्ती का उदाहरण दिया। यह महज़ नौ महीनों में लगभग 30,000 श्रमिकों की भर्ती का मामला है, जिसमें लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। राहुल गांधी ने विशेष रूप से Foxconn India के इस प्रयास को सराहा।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, “महज आठ-नौ महीनों में 30,000 कर्मचारियों की भर्ती – भारत में अब तक की सबसे तेज़ फ़ैक्ट्री उत्पादन वृद्धि…।” उन्होंने इस उपलब्धि को महज़ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी रोज़गार सृजन बताया। गांधी ने आगे कहा कि इसे और भी प्रभावशाली बनाने वाली बात यह है कि इस इकाई का नेतृत्व मुख्य रूप से महिलाएं कर रही हैं, जिनमें लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं हैं और अधिकांश 19-24 वर्ष की आयु की हैं। इनमें से कई महिलाओं के लिए यह उनकी पहली नौकरी है। कर्नाटक एक ऐसा वातावरण बनाकर मिसाल कायम कर रहा है जहां विनिर्माण इस पैमाने और गति से बढ़ सकता है। यही वह भारत है जिसका हमें निर्माण करना है: सम्मानजनक नौकरियां और सभी के लिए अवसर।
केंद्र का दावा: ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का प्रमाण
हालांकि, इस औद्योगिक सफलता का श्रेय लेने की होड़ भी शुरू हो गई है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इस विकास का श्रेय केंद्र सरकार को दिया। वैष्णव ने राहुल गांधी के पोस्ट और समाचार रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा कि, “राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सफलता को स्वीकार करने के लिए धन्यवाद।” उन्होंने आगे जोड़ा, “जैसा कि आपने कहा है, प्रधानमंत्री के विजन को लागू करते हुए हम एक उत्पादक अर्थव्यवस्था बनते जा रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।”
ताइवान स्थित फॉक्सकॉन, नवीनतम आईफोन सहित एप्पल उपकरणों का एक प्रमुख अनुबंध निर्माता है। यह कंपनी चीन से भारत में उत्पादन के क्रमिक स्थानांतरण में एप्पल की केंद्रीय भूमिका निभाने की उम्मीद कर रही है। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने पर, बेंगलुरु क्षेत्र की इस सुविधा में प्रति वर्ष 20 मिलियन आईफोन तक उत्पादन करने की क्षमता होने की उम्मीद है। पिछले 12 महीनों में, भारत में 22 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन असेंबल किए गए हैं, जो अब देश के कुल वैश्विक आईफोन उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा है। यह आंकड़ा ‘मेक इन इंडिया’ के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें (https://deshajtimes.com/news/national/)।



