Exam Preparation Tips: बोर्ड परीक्षाओं की घंटी बजते ही छात्रों के मन में अक्सर पढ़ाई का दबाव और अच्छे अंकों की चिंता घर कर जाती है। ऐसे में लंबा सिलेबस, कम समय और सही रणनीति की कमी विद्यार्थियों को तनाव में डाल सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल घंटों तक लगातार पढ़ाई करना ही सफलता की कुंजी नहीं है?
बोर्ड परीक्षा 2024: बेहतर अंकों के लिए अपनाएं ये Exam Preparation Tips, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह
Exam Preparation Tips: पढ़ाई के दौरान ब्रेक क्यों हैं ज़रूरी?
बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आते ही छात्रों पर पढ़ाई का दबाव बढ़ना स्वाभाविक है। लंबा पाठ्यक्रम, समय की कमी और अच्छे नंबर लाने की तीव्र इच्छा अक्सर विद्यार्थियों को तनाव में डाल देती है। कई छात्र बिना रुके घंटों तक लगातार पढ़ाई करते रहते हैं, यह सोचकर कि वे अधिक से अधिक याद कर पाएंगे। हालांकि, शिक्षा और स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस तरीके को सही नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि जरूरत से ज्यादा और लगातार पढ़ाई करने से दिमाग थक जाता है, जिससे पढ़ी हुई चीजें याद रखने में परेशानी होने लगती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पढ़ाई के दौरान दिमाग को भी शरीर की तरह आराम की आवश्यकता होती है। यदि उसे समय-समय पर पर्याप्त आराम न मिले, तो उसकी कार्यक्षमता कम होने लगती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ छात्रों को यह सलाह देते हैं कि वे हर एक घंटे की पढ़ाई के बाद कम से कम दस मिनट का छोटा ब्रेक अवश्य लें। यह छोटा सा अंतराल दिमाग को फिर से तरोताजा कर देता है और अगली पढ़ाई में बेहतर ध्यान केंद्रित करने में सहायता करता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
ब्रेक के समय छात्रों को मोबाइल फोन या सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने की खास सलाह दी जाती है। इन गैजेट्स का उपयोग करने से आंखों और दिमाग को सही आराम नहीं मिल पाता है, बल्कि वे और भी थक जाते हैं। बेहतर होगा कि छात्र इस दौरान थोड़ी देर टहल लें, अपनी आंखें बंद करके गहरी सांस लें या हल्की स्ट्रेचिंग करें। इससे शरीर में ताजगी का संचार होता है और मन भी शांत महसूस करता है। कुछ विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि ब्रेक के समय अपना मनपसंद संगीत सुनना या पर्याप्त पानी पीना भी फायदेमंद हो सकता है।
स्वस्थ खानपान: दिमाग को शक्ति देने का राज
पढ़ाई के साथ-साथ सही खानपान पर ध्यान देना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। अक्सर बोर्ड परीक्षाओं के समय छात्र या तो खाना छोड़ देते हैं या फिर जंक फूड पर ज्यादा निर्भर हो जाते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक सही और संतुलित आहार दिमाग की सेहत के लिए बहुत आवश्यक होता है। फल, हरी सब्जियां, दाल, दूध और सूखे मेवे दिमाग को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं और याददाश्त को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। वहीं, ज्यादा तला-भुना और बाहर का खाना सुस्ती और थकान बढ़ा सकता है, जिससे एकाग्रता में कमी आ सकती है।
मेदांता हॉस्पिटल की चिकित्सक डॉ. अर्पिता कुलश्रेष्ठ छात्रों को सलाह देती हैं कि वे हर एक घंटे की पढ़ाई के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक जरूर लें, ताकि दिमाग को पर्याप्त आराम मिल सके। इसके साथ ही, उनका कहना है कि हेल्दी और संतुलित आहार लेना भी बेहद जरूरी है, क्योंकि सही पोषण से शरीर और मन दोनों मजबूत रहते हैं। सही समय पर आराम, पर्याप्त नींद और पौष्टिक भोजन अपनाकर छात्र परीक्षा के तनाव प्रबंधन में काफी हद तक सफल हो सकते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। विशेषज्ञों का मानना है कि इन आदतों से छात्रों की समग्र तैयारी और प्रदर्शन में सुधार होता है।
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