कंधमाल में सुरक्षाबलों का प्रचंड प्रहार, 6 नक्सली ढेर; शाह बोले- Anti-Naxal Operation से नक्सल मुक्त भारत की ओर बढ़ा देश
हिंसा की जड़ों को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिए, सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ी है। ओडिशा के कंधमाल में सुरक्षाबलों ने एक बड़े Anti-Naxal Operation को अंजाम देते हुए 6 नक्सलियों को ढेर कर दिया, जिसमें केंद्रीय समिति का एक प्रमुख सदस्य भी शामिल है।
कंधमाल Anti-Naxal Operation: देश को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में अहम सफलता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को इस सफलता को ‘नक्सल मुक्त भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि ओडिशा के कंधमाल में एक बड़े अभियान में केंद्रीय समिति के सदस्य गणेश उइके सहित छह नक्सलियों को मार गिराना वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता है और ओडिशा को नक्सलवाद से पूर्ण रूप से मुक्त होने के करीब लाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
शाह ने आगे कहा कि इस सफलता के साथ, ओडिशा अब नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन की दहलीज पर खड़ा है। केंद्र सरकार देश से नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। गृह मंत्री ने दोहराया कि “हम 31 मार्च, 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।”
गणेश उइके पर था 1.1 करोड़ का इनाम, सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी
मारे गए नक्सलियों में केंद्रीय समिति का सदस्य गणेश उइके भी शामिल था, जिस पर 1.1 करोड़ रुपये का इनाम था और वह ओडिशा में प्रतिबंधित संगठन का प्रमुख था। बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक चले सुरक्षा बलों के विशेष अभियान में उसे कंधमाल जिले में ढेर कर दिया गया। उइके प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) का एक प्रमुख नेता था और सुरक्षाकर्मियों व नागरिकों पर हमलों को अंजाम देने का उसका एक लंबा और खूंखार इतिहास रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र और तेलंगाना के कुछ हिस्सों के साथ, ऐतिहासिक रूप से वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित रहा है। हालांकि, हाल के वर्षों में, केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों के निरंतर अभियानों, बेहतर खुफिया समन्वय और दूरस्थ एवं आदिवासी क्षेत्रों में केंद्रित विकास पहलों के कारण राज्य में नक्सल से संबंधित हिंसा में लगातार कमी आई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
केंद्र सरकार की बहुआयामी रणनीति और भविष्य की योजनाएं
केंद्र सरकार नक्सलवाद का मुकाबला करने के लिए एक बहुआयामी रणनीति अपना रही है, जिसमें मजबूत सुरक्षा उपायों के साथ-साथ विकास पहल भी शामिल हैं। इसमें प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर सड़क संपर्क, मोबाइल नेटवर्क, बैंकिंग सुविधा और कल्याणकारी सेवाओं का वितरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
अग्रणी परिचालन अड्डों की स्थापना और अंतर-राज्यीय समन्वय में वृद्धि से उग्रवाद विरोधी प्रयासों को और मजबूती मिली है, जिससे देश के इन हिस्सों में शांति और विकास की नई सुबह की उम्मीद जगी है।





