Bhagalpur Traffic Jam: जीवन की रफ्तार पर लगा ब्रेक, सड़कों पर थमी सांसे… यह सिर्फ एक मुहावरा नहीं, बल्कि भागलपुर की इशाकचक क्षेत्र की कड़वी सच्चाई है। क्रिसमस के पावन पर्व पर भी शहरवासी सड़कों पर घंटों फंसे रहे, और इसका मुख्य कारण था रेलवे ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण कार्य।
Bhagalpur Traffic Jam: क्रिसमस पर सड़कों पर लगा घंटों जाम, कब मिलेगी राहत?
Bhagalpur Traffic Jam: इशाकचक में बेकाबू हालात
क्रिसमस के दिन गुरुवार को भागलपुर शहर के विभिन्न इलाकों में रुक-रुक कर जाम की स्थिति बनी रही। विशेष रूप से इशाकचक क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई, जिससे वाहन चालक और आम लोग खासे परेशान हुए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य की वजह से सड़क का एक बड़ा हिस्सा बाधित है, जिसके परिणामस्वरूप वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। सुबह से देर शाम तक यही स्थिति बनी रही, जिससे दैनिक कामकाज और त्यौहार का उत्साह दोनों प्रभावित हुए।
इस जाम का सीधा असर स्थानीय व्यापार पर भी पड़ रहा है। राहगीरों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में सामान्य से कई गुना अधिक समय लग रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और अस्पताल जाने वाले मरीज सभी इस अव्यवस्था से जूझते नजर आए। रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य की धीमी गति को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि प्रशासन को इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और निर्माण कार्य में तेजी लानी चाहिए ताकि लोगों को रोजमर्रा की इस परेशानी से मुक्ति मिल सके। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यातायात प्रबंधन पर उठे सवाल
यह केवल एक दिन की समस्या नहीं है, बल्कि इशाकचक में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण शुरू होने के बाद से यह एक नियमित चुनौती बन गई है। पुलिस और ट्रैफिक विभाग द्वारा किए गए वैकल्पिक इंतजाम भी अक्सर नाकाफी साबित होते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वाहनों की बढ़ती संख्या और संकरी होती सड़कें इस समस्या को और भी गंभीर बना रही हैं। स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से यातायात प्रबंधन को सुधारने और निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। विशेष रूप से व्यस्त समय में जाम से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती और बेहतर डायवर्जन प्लान की आवश्यकता महसूस की जा रही है। यह देखना होगा कि प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकाल पाता है।




