CBI Chargesheet: अक्सर वर्दी का रौब दिखाकर कुछ लोग अपनी मनमानी कर बैठते हैं, लेकिन कानून की आंख से कोई बच नहीं सकता। अब ऐसा ही कुछ पंजाब में दिखा, जब एक कर्नल पर हुए हमले के मामले में सीबीआई ने शिकंजा कसा है।
CBI Chargesheet: कर्नल पर हमले के मामले में पंजाब पुलिस के 4 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मार्च महीने में कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ पर हुए कथित हमले के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस घटना से संबंधित आरोपपत्र मोहाली की एक अदालत में पंजाब पुलिस के चार अधिकारियों के खिलाफ दाखिल कर दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस पूरे मामले में सीबीआई ने अपनी जांच पूरी करते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
सूत्रों ने बताया कि आरोपपत्र में पुलिस निरीक्षक रॉनी सिंह सहित चार पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल हैं। यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश जुलाई में दिया था। अदालत के आदेश के लगभग पांच महीने बाद जांच एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
कर्नल पर हमले में CBI Chargesheet: जांच की प्रगति
यह सनसनीखेज घटना 13 और 14 मार्च की दरमियानी रात को घटी थी। उस रात, कर्नल बाठ अपने बेटे के साथ पटियाला में सड़क किनारे एक ढाबे पर खाना खा रहे थे। इसी दौरान, पार्किंग को लेकर हुए विवाद के चलते कुछ पुलिसकर्मियों ने उन पर और उनके बेटे पर कथित रूप से हमला कर दिया था। यह विवाद इतना बढ़ गया था कि दोनों को गंभीर चोटें आईं।
कर्नल बाठ ने आरोप लगाया था कि पंजाब पुलिस के कुछ जवानों ने उन पर और उनके बेटे पर हमला किया। इस हमले में कर्नल का एक हाथ टूट गया था, जबकि उनके बेटे के सिर पर चोट आई थी। उन्होंने लगातार यह दावा किया कि पंजाब पुलिस के तहत इस मामले में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। उनकी इसी मांग के बाद उच्च न्यायालय ने मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था।
पुलिसकर्मियों पर हमला: न्याय की आस
इस पूरे मामले ने वर्दी के गलत इस्तेमाल पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। कर्नल बाठ के अनुसार, इस पुलिसकर्मियों पर हमला में उन्हें और उनके परिवार को न्याय की उम्मीद सीबीआई की जांच से ही थी। सीबीआई ने इस मामले में गहराई से पड़ताल की और अब आरोपपत्र दाखिल करके न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह घटना दर्शाती है कि कानून सबके लिए समान है और कोई भी अपनी शक्ति का दुरुपयोग करके बच नहीं सकता। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/
आरोपपत्र दाखिल होने के बाद अब अदालत में मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि न्यायिक प्रक्रिया के तहत इस मामले में क्या फैसला आता है। इस घटना से आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास और जिम्मेदारी की उम्मीदें बढ़ी हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऐसे मामलों में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई हो ताकि कानून का राज बना रहे।





