Stock Market: केंद्रीय बजट से ठीक पहले इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) के शेयरों में आई ऐतिहासिक तेजी ने निवेशकों के बीच हलचल मचा दी है। यह सिर्फ एक कंपनी का उछाल नहीं, बल्कि भारतीय रेलवे के भविष्य और सरकार की इंफ्रास्ट्रक्चर नीतियों में बढ़ते भरोसे का प्रतीक है।
IRFC की रिकॉर्ड तोड़ छलांग: Stock Market में रेलवे शेयरों का जलवा बरकरार!
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुरुआती घंटों में IRFC का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर करीब 7 प्रतिशत की शानदार तेजी के साथ 130.50 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस उछाल ने इसे रेलवे पीएसयू सेक्टर में सबसे अधिक लाभ देने वाले शेयरों में से एक बना दिया। सरकार द्वारा रेलवे क्षेत्र में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) को लगातार प्राथमिकता देने की उम्मीदों ने IRFC में निवेशकों के विश्वास को मजबूत किया है। रेलवे से जुड़ी दीर्घकालिक योजनाएं और ठोस नीतिगत समर्थन इस स्टॉक को एक बार फिर निवेश के लिहाज से आकर्षक बना रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
रेलवे आवंटन और Stock Market पर इसका प्रभाव
केंद्रीय बजट के आसपास रेलवे शेयरों में तेजी का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसका मुख्य कारण सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाने की प्रबल संभावना होती है। चूंकि IRFC ही भारतीय रेलवे के विभिन्न खर्चों, नेटवर्क विस्तार, रोलिंग स्टॉक और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए धन जुटाने का प्रमुख स्रोत है, इसलिए बजट में रेलवे आवंटन में वृद्धि का सीधा और सकारात्मक असर इस कंपनी पर पड़ता है। लंबे समय तक सीमित दायरे में कारोबार करने के बाद, IRFC का शेयर अब संभावित कैपेक्स बढ़ोतरी की उम्मीदों के चलते ऊपर की ओर बढ़ रहा है। निवेशक आगामी बजट घोषणाओं पर पैनी नजर रखे हुए हैं, जो इन PSU Stocks को और गति दे सकती हैं।
स्थिरता और भरोसेमंद रिटर्न का आधार
IRFC को लेकर बाजार की धारणा में सुधार का एक अहम कारण इसकी फंडिंग प्रोफाइल में बढ़ती स्पष्टता भी है। अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के विपरीत, जहां परियोजनाओं में देरी का जोखिम अधिक रहता है, IRFC का बिजनेस मॉडल अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है। इसकी आय भारतीय रेलवे के साथ किए गए दीर्घकालिक समझौतों पर आधारित है, जिससे कंपनी के नकदी प्रवाह में स्थिरता बनी रहती है। यह अनिश्चित बाजार माहौल में निवेशकों के लिए इसे एक रक्षात्मक और भरोसेमंद विकल्प बनाता है। IRFC पर निवेशकों का भरोसा बढ़ने के पीछे ब्याज दरों में स्थिरता और उधारी लागत के नियंत्रण में रहने की उम्मीदें भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इससे पहले मार्जिन और लंबे समय तक मुनाफे को लेकर बनी चिंताएं काफी हद तक कम हुई हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वर्ष 2025 में IRFC के शेयरों का प्रदर्शन व्यापक बाजार की तुलना में कमजोर रहा था और पहले की तेजी के बाद मुनाफावसूली के चलते यह दबाव में आ गया था, लेकिन इसी वजह से अब इसका वैल्यूएशन निवेशकों को आकर्षक स्तर पर नजर आ रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वे निवेशक जो स्थिर रिटर्न, नियमित डिविडेंड और मजबूत सरकारी समर्थन वाले PSU Stocks की तलाश में हैं, उनके लिए IRFC एक उपयुक्त विकल्प बनकर उभर रहा है। हालिया तेजी यह संकेत देती है कि इसमें अल्पकालिक सट्टेबाजी के बजाय दीर्घकालिक निवेश के नजरिये से दोबारा हिस्सेदारी बढ़ाई जा रही है। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें


