Vastu Tips for Kitchen: भारतीय संस्कृति में रसोईघर को अन्नपूर्णा का वास और घर की समृद्धि का हृदय स्थल माना जाता है। यहाँ से उत्पन्न अग्नि जीवन को ऊर्जा प्रदान करती है, इसलिए रसोई के वास्तु का हमारे जीवन, स्वास्थ्य और धन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
रसोईघर के लिए Vastu Tips for Kitchen: तीन बर्नर वाला चूल्हा कहीं बिगाड़ न दे आपकी शांति और समृद्धि
Vastu Tips for Kitchen: अग्नि तत्व का महत्व और चूल्हे का प्रभाव
प्राचीन भारतीय वास्तु शास्त्र में रसोईघर को घर की सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बिंदु माना गया है। यह वह स्थान है जहां अग्नि देवता का वास होता है, और इस अग्नि तत्व का संतुलन सीधे तौर पर परिवार की शांति, सदस्यों के स्वास्थ्य और आर्थिक संपन्नता से जुड़ा होता है। अक्सर हम घर की सजावट पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन रसोई के सूक्ष्म वास्तु नियमों को अनदेखा कर देते हैं, जिसका परिणाम कई बार नकारात्मक ऊर्जा के रूप में सामने आता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। विशेषकर, आजकल चलन में आए तीन बर्नर वाले गैस चूल्हे को लेकर वास्तु के कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं, जिनकी अनदेखी से घर में तनाव और अनावश्यक खर्च बढ़ने की आशंका रहती है।
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, रसोई में अग्नि तत्व का सही स्थान और प्रकार बहुत महत्वपूर्ण है। तीन बर्नर वाले चूल्हे को कई बार वास्तु दोष का कारण माना जाता है क्योंकि यह ऊर्जा के संतुलन को बिगाड़ सकता है। ऐसा माना जाता है कि यह घर के सदस्यों के बीच अनावश्यक कलह, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ और धन के अपव्यय का कारण बन सकता है। चूल्हे पर तीन बर्नर होने से अग्नि की ऊर्जा का वितरण असमान हो सकता है, जिससे ऊर्जा का असंतुलन पैदा होता है, जिसका सीधा असर घर के मुखिया और अन्य सदस्यों पर पड़ता है।
रसोईघर के वास्तु संबंधी महत्वपूर्ण नियम
- रसोईघर हमेशा आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में होना चाहिए। यह अग्नि देवता की दिशा है और इस दिशा में रसोई का होना घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाता है।
- गैस चूल्हा रसोई के पूर्वी या दक्षिणी दीवार के पास इस तरह रखें कि खाना बनाते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर रहे।
- पानी के स्रोत (सिंक) और अग्नि के स्रोत (चूल्हा) को एक दूसरे से दूर रखना चाहिए। यदि संभव न हो तो इनके बीच में कोई लकड़ी का डिवाइडर या पौधा रखें।
- रसोई में कभी भी टूटा-फूटा सामान या बेकार की चीजें जमा न करें। हमेशा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
- रसोई में हल्के और सकारात्मक रंग जैसे नारंगी, पीला या हल्का हरा रंग इस्तेमाल करें। गहरे रंगों से बचें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
तीन बर्नर वाले चूल्हे का उपयोग करते समय क्या करें?
यदि आपके रसोईघर में तीन बर्नर वाला गैस चूल्हा है और उसे बदलना संभव नहीं है, तो कुछ वास्तु उपाय किए जा सकते हैं जिससे उसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके:
- चूल्हे को हमेशा साफ-सुथरा रखें और यह सुनिश्चित करें कि सभी बर्नर ठीक से काम कर रहे हों।
- खाना बनाते समय सकारात्मक विचार रखें और अन्नपूर्णा देवी का स्मरण करें।
- चूल्हे के पास एक छोटा सा स्वस्तिक चिन्ह बना सकते हैं या गणेश जी की छोटी प्रतिमा रख सकते हैं, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक होते हैं।
- रसोई में नियमित रूप से धूप-दीप करें और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
- रसोईघर में तुलसी का पौधा या कोई अन्य हरा पौधा रखने से भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
रसोईघर का वास्तु सही करके हम अपने घर में सुख, शांति और समृद्धि को आमंत्रित कर सकते हैं। इन छोटे-छोटे बदलावों से आपके जीवन में बड़ा फर्क आ सकता है।
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