Bhagalpur District Council Election: नसीब का पासा पलटा और भागलपुर को मिला नया सारथी। कड़े मुकाबले के बाद, जिले को आखिरकार नया नेतृत्व मिल गया है। यह चुनाव परिणाम भागलपुर की राजनीतिक बिसात पर एक यादगार और दिलचस्प घटना के रूप में दर्ज हो गया है।
भागलपुर में नए नेतृत्व का उदय: Bhagalpur District Council Election ने विपिन मंडल को चुना
नव-निर्वाचित अध्यक्ष का संकल्प और Bhagalpur District Council Election का भविष्य
भागलपुर जिला परिषद अध्यक्ष पद के बहुप्रतीक्षित चुनाव में जिले को विपिन मंडल के रूप में नया नेतृत्व मिल गया है। एक बेहद रोमांचक और कांटे की टक्कर वाले मुकाबले के बाद मंडल को अध्यक्ष चुना गया। इस चुनाव में मुख्य रूप से विपिन मंडल और अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह आमने-सामने थे, जहां दोनों ही प्रत्याशियों को 15-15 वोट प्राप्त हुए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
वोटों की बराबरी के बाद निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत लॉटरी का सहारा लिया गया। किस्मत का फैसला करने वाली इस लॉटरी में विपिन मंडल का नाम निकला और इसी के साथ उन्हें जिला परिषद अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। परिणाम सामने आते ही उनके समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई और बधाई देने वालों का तांता लग गया।
गौरतलब है कि यह पद पहले मिथुन कुमार के पास था, जो बिहार विधानसभा चुनाव में नाथनगर से विधायक निर्वाचित हो गए थे। विधायक बनने के बाद उन्होंने अपने जिला परिषद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण यह पद लंबे समय से रिक्त चल रहा था। इस रिक्ति को भरने के लिए ही यह विशेष चुनाव आयोजित किया गया था।
नव-निर्वाचित अध्यक्ष विपिन मंडल ने अपनी जीत के बाद जिला परिषद सदस्यों और सभी मतदाताओं का तहे दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने संकल्प लिया कि वे सभी को साथ लेकर भागलपुर के चहुंमुखी विकास, पंचायतों के सशक्तिकरण और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम करेंगे। इस नई शुरुआत के साथ जिले को एक मजबूत नेतृत्व मिला है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पारदर्शिता और शांतिपूर्ण मतदान की मिसाल
भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इस पूरे चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और पारदर्शी बताया। उन्होंने पुष्टि की कि जिला परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/ यह चुनाव परिणाम निश्चित रूप से जिला परिषद के इतिहास में एक यादगार घटना के रूप में दर्ज होगा, जहां नेतृत्व का फैसला बराबरी के मतों के बाद लॉटरी के जरिए किया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह घटना दर्शाती है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हर वोट कितना महत्वपूर्ण होता है और कभी-कभी भाग्य भी निर्णायक भूमिका निभाता है।


