Veterinary Camp: जब गांव की गली में सेहत की किरणें पहुंचीं, और पशुधन की पीड़ा को मिली राहत, तब ग्रामीण खुशियों से झूम उठे। यह नजारा था रायपुर पंचायत के केसोरझारा गांव का, जहां एक विशेष पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
Veterinary Camp: पशुओं के उपचार से किसानों को मिली राहत
रायपुर पंचायत के केसोरझारा गांव में शुक्रवार को 87वां किसान संवाद एवं पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। इस विशेष पहल के तहत, कुल 259 बीमार पशुओं का सफल उपचार किया गया, जिससे स्थानीय किसानों और पशुपालकों को बड़ी राहत मिली। शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और किसानों को पशुपालन से संबंधित नवीनतम जानकारी प्रदान करना था।
इस शिविर में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की टीम ने विभिन्न प्रकार के पशु रोगों की जांच की और उनका प्रभावी उपचार किया। पशुओं को मुफ्त दवाइयां और टीके भी उपलब्ध कराए गए, जो उनके दीर्घकालिक पशु स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ग्रामीण काफी समय से ऐसे किसी आयोजन की प्रतीक्षा कर रहे थे, ताकि उनके पशुओं को उचित चिकित्सा मिल सके।
शिविर में उपस्थित किसानों को पशुओं के उचित पोषण, स्वच्छता और विभिन्न बीमारियों से बचाव के तरीकों के बारे में भी जागरूक किया गया। पशु स्वास्थ्य के प्रति यह जागरूकता अभियान भविष्य में होने वाले रोगों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ग्रामवासियों के लिए सुविधाएँ और जागरूकता
इस आयोजन से न केवल पशुओं को तात्कालिक लाभ मिला, बल्कि किसानों को अपनी समस्याओं को सीधे विशेषज्ञों के सामने रखने का अवसर भी मिला। कई किसानों ने पशुपालन से जुड़े अपने अनुभवों और चुनौतियों को साझा किया, जिस पर चिकित्सकों ने व्यवहारिक समाधान सुझाए। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस तरह के संवाद सत्र ग्रामीण विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।
आयोजकों ने बताया कि इस तरह के शिविर भविष्य में भी लगातार लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक पशुपालक लाभान्वित हो सकें। यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पशुधन की गुणवत्ता सुधारने में मील का पत्थर साबित होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पशुपालकों की प्रतिक्रिया और आगे की योजना
स्थानीय ग्राम प्रधान और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस सफल आयोजन के लिए आयोजकों और चिकित्सा दल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जोर दिया कि ऐसे प्रयास ग्रामीण समुदायों के लिए जीवन रेखा साबित होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो दूरदराज के इलाकों में रहते हैं और जिनके पास आसानी से पशु चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच नहीं होती।


