Child Marriage: बेनीपुर। जैसे कच्ची मिट्टी के घड़े को आग में तपाने से पहले ही पानी भर दें तो वो टूट जाता है, वैसे ही बचपन की उम्र में शादी का बोझ बच्चों का भविष्य तोड़ देता है। इसी कुप्रथा के खिलाफ बेनीपुर में एक बड़ी पहल हुई है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, शिव गोपाल मिश्र के निर्देशों और सचिव आरती कुमारी के मार्गदर्शन में ‘सौ दिवसीय बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। नगर परिषद के वार्ड संख्या 22 स्थित रघुनंदनपुर के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 7 इस महत्वपूर्ण आयोजन का साक्षी बना।
Child Marriage के खिलाफ कानूनी प्रावधान और दुष्परिणाम
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पैनल अधिवक्ता और नालसा आशा यूनिट के सदस्य नवाज अहमद ने इस सामाजिक बुराई के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कम उम्र में बालक-बालिकाओं की शादी करने के बेहद गंभीर परिणाम होते हैं। सबसे पहले तो बच्चों की शिक्षा बीच में ही छूट जाती है, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने आगे बताया कि कच्ची उम्र में गृहस्थी की जिम्मेदारियों के कारण उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी अवरुद्ध हो जाता है। विशेषकर लड़कियों के लिए कम उम्र में माँ बनना जच्चा और बच्चा दोनों के जीवन के लिए खतरनाक साबित होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लड़कों के लिए विवाह की कानूनी उम्र 21 वर्ष और लड़कियों के लिए 18 वर्ष है। इस कानून का उल्लंघन कर बाल विवाह कराना एक दंडनीय अपराध है।
शिकायत कहां और कैसे करें?
इस अवसर पर पारा विधिक स्वयंसेवक सह नालसा आशा यूनिट के सदस्य अनील कुमार ने लोगों को इस कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह की कोई भी सूचना नजदीकी थाने में दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त, चाईल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 एवं नालसा के हेल्पलाइन नंबर 15100 पर भी गोपनीय तरीके से शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह इस बुराई को रोकने में अपना योगदान दे। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इस जागरूकता कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका सहित पोषक क्षेत्र के अनेक लाभार्थी और स्थानीय निवासी उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल को सराहा और भविष्य में सहयोग का आश्वासन दिया।


