Bihar Cabinet Expansion: बिहार की सियासत में इन दिनों मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज है, जैसे चुनावी समर से पहले सियासी बिसात पर नए मोहरे सजाए जा रहे हों। मकर संक्रांति का पर्व बीतने के साथ ही इस दिशा में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
बिहार कैबिनेट विस्तार: मकर संक्रांति के बाद नीतीश मंत्रिमंडल में दिखेंगे नए चेहरे, तय हुआ फॉर्मूला!
नीतीश कैबिनेट विस्तार: NDA में सीटों का बंटवारा
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के बाद किसी भी दिन यह महत्वपूर्ण विस्तार हो सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में दिल्ली का दौरा किया था, जहां उन्होंने शीर्ष राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेताओं के साथ मुलाकात की। इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार के संभावित खाके पर गहन चर्चा हुई है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वर्तमान में नीतीश कैबिनेट में कुल 10 पद रिक्त पड़े हैं, जिन्हें भरने की कवायद चल रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, इन खाली पदों को जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच साझा किया जाएगा। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है, जिसके तहत दोनों प्रमुख घटक दलों के मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। इस विस्तार से न केवल सरकार को नई ऊर्जा मिलेगी, बल्कि गठबंधन के भीतर संतुलन साधने का भी प्रयास किया जाएगा।
बिहार की राजनीति में नए समीकरण
बिहार की राजनीति में यह मंत्रिमंडल विस्तार कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह आगामी लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बिसात पर मोहरे जमाने जैसा होगा। नए चेहरों को मौका मिलने से जहां क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश होगी, वहीं सरकार की कार्यप्रणाली को और मजबूत करने का लक्ष्य भी रखा गया है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इस कदम से सत्तारूढ़ गठबंधन की एकजुटता और रणनीतिक सूझबूझ का प्रदर्शन भी होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कुछ पुराने चेहरों को संगठन में भेजकर नए विधायकों को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह सब कुछ बिहार की राजनीति को और भी रोचक बना रहा है। सूत्रों का यह भी दावा है कि दिल्ली में हुई बैठक में एनडीए के वरिष्ठ नेताओं ने इस पूरे मामले पर अपनी सहमति दे दी है। इस विस्तार का इंतजार बिहार की जनता और राजनीतिक विश्लेषक दोनों ही बेसब्री से कर रहे हैं। बिहार कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या अधिकतम 36 हो सकती है, और मौजूदा समय में लगभग 26 मंत्री हैं, जिससे 10 पद रिक्त हैं। इन पदों पर नए मंत्रियों की नियुक्ति से प्रशासन को भी बल मिलेगा और सरकार की जनहितैषी योजनाओं को तेजी से लागू करने में मदद मिलेगी। इस पूरे घटनाक्रम पर हमारी नजर बनी हुई है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


