Shararat Song: फिल्म ‘धुरंधर’ का नया गाना ‘शरारत’ इन दिनों बॉलीवुड गलियारों में तहलका मचा रहा है। क्रिस्टल डिसूजा और आयशा खान के धमाकेदार डांस ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी है, और इस गाने ने रातोंरात इंटरनेट सेंसेशन का दर्जा हासिल कर लिया है!
Shararat Song News: ‘शरारत’ पर तुलना को लेकर भड़कीं क्रिस्टल डिसूजा, ट्रोलर्स को दिया करारा जवाब!
Shararat Song: फिल्म ‘धुरंधर’ का यह गाना, जैस्मिन सैंडलस और मधुबंती बागची की बेहतरीन गायकी और क्रिस्टल डिसूजा व आयशा खान के ज़बरदस्त डांस के साथ, हर किसी की ज़ुबान पर चढ़ गया है। गाने का हुक स्टेप इंस्टाग्राम पर धड़ल्ले से ‘सोशल मीडिया वायरल’ हो रहा है। आलम यह है कि कोरियोग्राफर विजय गांगुली की मां (जो खुद टीवी अभिनेत्री रूपाली गांगुली हैं) भी इस ट्रेंड को फॉलो कर रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय पॉप सेंसेशन निक जोनास तक अपने शो से पहले इस गाने का इस्तेमाल कर चुके हैं। यूट्यूब पर ‘शरारत’ के वीडियो को लाखों व्यूज मिल चुके हैं, जो इसकी अकल्पनीय लोकप्रियता का प्रमाण है।
Shararat Song: ‘शरारत’ पर क्यों हो रही है तुलना?
जहां एक तरफ इस गाने को साल का सबसे बेहतरीन डांस नंबर बताया जा रहा है, वहीं कुछ नेटिज़न्स ने क्रिस्टल और आयशा के बीच तुलना छेड़ दी है। इस बात पर गरमागरम बहस छिड़ गई है कि किसने ज़्यादा लाइमलाइट बटोरी और किसका प्रदर्शन बेहतर था। इसी बहस के बीच, अभिनेत्री क्रिस्टल डिसूजा ने इन ‘बचकाना’ तुलनाओं को रोकने और ‘शरारत’ को एक ऐसे गीत के रूप में सेलिब्रेट करने पर ज़ोर दिया है जो आयशा, जैस्मिन और मधुबंती जैसी सभी महिलाओं का सम्मान करता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
क्रिस्टल ने खुलकर अपनी बात रखते हुए कहा, “चार महिलाएं एक साथ आई हैं और यही ‘शरारत’ की सबसे अच्छी बात है। मैं ट्रोलर्स को यह कहते हुए देखती हूं, ‘उसने बाकी सब से बेहतर किया।’ लेकिन बात ये नहीं है, किसे परवाह है? गाने को एन्जॉय करें और मजे करें! यह बहुत दुख की बात है कि किसी की तारीफ करने के चक्कर में दूसरे को नीचा दिखाया जाता है। मुझे ऐसे लोगों पर तरस आता है। वे यह नहीं समझते कि हर किसी में अपनी-अपनी प्रतिभाएं और संघर्ष होते हैं। हम सब कड़ी मेहनत करते हैं और साल दर साल लगातार अच्छा परफॉर्म करने की कोशिश करते हैं।”
क्रिस्टल ने आगे कहा, “एक ऐसे कमेंट से सब कुछ छीन लेना बेवकूफी और बचकानापन है। मैंने तो कई महिलाओं को ऐसी टिप्पणियां करते देखा है। एक महिला होने के नाते, हम कम से कम इतना तो कर ही सकती हैं कि दूसरी महिला को सपोर्ट करें। अगर वे सपोर्ट नहीं कर सकतीं, तो उन्हें चुप रहना चाहिए। हम जिंदगी के एक ऐसे पड़ाव पर पहुंच चुके हैं और ऐसी टिप्पणियां करके आप पूरी पीढ़ी को कई साल पीछे धकेल रहे हैं।” आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल ‘शरारत’
क्रिस्टल ने ज़ोर देकर कहा, “हमें एक-दूसरे को प्रोत्साहित करना चाहिए और एक-दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए। सपोर्टिव महिलाओं से भरी दुनिया बेहद खूबसूरत है। जब मैंने आयशा और खुद को स्क्रीन पर नाचते और जैस्मिन और मधुबंती को गाते देखा, तो मुझे लगा, ‘वाह, मुझे अपनी दुनिया से कितना प्यार है!'” उन्होंने आयशा की जमकर तारीफ करते हुए कहा, “आयशा कमाल की थीं। वह बेहद खूबसूरत हैं और एक बेहतरीन डांसर हैं। उन्हें अपना हुनर दिखाते देखना और उन्हें चमकने देना इस प्रक्रिया का एक और खूबसूरत हिस्सा था।” इस ‘सोशल मीडिया वायरल’ गाने ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कला को सिर्फ़ आनंद के लिए देखना चाहिए, न कि तुलना के लिए। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



