Patna News: राजनीति के गलियारों में हलचल, जनता की सुरक्षा पर सवाल, जब सत्ता के सबसे करीब खड़ी गाड़ी ही बन गई खतरे का सबब। बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पटना सिटी इलाके में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब मुख्यमंत्री के सुरक्षा काफिले में शामिल एक स्कॉर्पियो वाहन ने ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक डीएसपी को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना ने एक बार फिर वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल और जवाबदेही पर बहस छेड़ दी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ट्रैफिक डीएसपी की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Patna News: सीएम सुरक्षा काफिले की लापरवाही पर बवाल
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना सिटी में कंगन घाट के पास बन रहे एक घाट का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन एक छोटी सी चूक ने पूरी व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया। जैसे ही मुख्यमंत्री का काफिला रवाना हुआ, उसमें शामिल एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने अचानक आगे खड़े ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार को जबरदस्त टक्कर मार दी। इस हादसे के बाद मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि गाड़ी के ड्राइवर की लापरवाही ही इस घटना की मुख्य वजह थी, जिससे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में भी चूक हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हादसे के तुरंत बाद डीएसपी अनिल कुमार को पास के ही एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है। इस घटना से बिहार पुलिस महकमे में भी गहरा रोष है, क्योंकि यह सीधे तौर पर उनके अपने अधिकारी की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। यह सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि वीवीआईपी काफिले के संचालन और नियंत्रण में संभावित कमी को दर्शाता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
जांच के आदेश, दोषियों पर होगी कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। पटना के एसएसपी और अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस घटना पर संज्ञान लिया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस तरह की घटनाएँ ना केवल सरकारी प्रोटोकॉल का उल्लंघन हैं, बल्कि जनता के बीच पुलिस और प्रशासन की छवि को भी धूमिल करती हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उम्मीद है कि इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न दोहराई जा सके।




