Benipur Hospital Inspection: अक्सर कहा जाता है कि अस्पताल भगवान का दूसरा घर होते हैं, जहां जिंदगी नई उम्मीद पाती है। लेकिन जब यही घर खुद बीमार पड़ जाए, तो मरीजों का क्या होगा? बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां व्यवस्थाएं खुद वेंटिलेटर पर नजर आईं।
विधायक प्रोफेसर विनय कुमार चौधरी ने शनिवार को बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बाह्य कक्ष, सर्जरी विभाग, फिजियोथेरेपी, टीकाकरण, गायनी, परिवार नियोजन, शिशु विभाग, डेंटल, एक्स-रे और आकस्मिक विभाग सहित विभिन्न खंडों का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था को देखकर उन्होंने प्रभारी अस्पताल अधीक्षक के समक्ष गहरी नाराजगी व्यक्त की और स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत करने की बात कही।
बेनीपुर अस्पताल निरीक्षण: विधायक ने खोली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल
विधायक श्री चौधरी ने बाह्य कक्ष और शिशु कक्ष में फिजिकल जांच टेबल उपलब्ध नहीं होने और एक्स-रे जांच मशीन के टूटे रहने पर तत्काल व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया। वार्ड निरीक्षण के दौरान गंदे चादरों पर मरीजों को लेटा देखकर उन्होंने प्रभारी उपाधीक्षक एवं प्रबंधक को स्थिति में सुधार लाने के लिए सख्त हिदायत दी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने चिकित्सक के रोस्टर ड्यूटी का भी अवलोकन किया, जिसमें मात्र छह चिकित्सक ही उपस्थित पाए गए। उनमें से भी दो चिकित्सक हाजिरी लगाकर गायब थे। इस दौरान डॉ. किरण भारती, डॉ. वीरेंद्र कुमार, डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. कुमार संदेश एवं डॉ. शहनाज़ ही उपस्थित मिले।
विधायक प्रोफेसर चौधरी ने प्रभारी उपाधीक्षक से जवाब तलब करते हुए पूछा कि जब 28 चिकित्सकों की पदस्थापना है, तब आईसीयू और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं कैसे बंद हैं। उन्होंने शेष अनुपस्थित चिकित्सकों के विरुद्ध की गई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी मांगी। प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. कुमारी भारती ने बताया कि आईसीयू और अल्ट्रासाउंड के चिकित्सक योगदान के बाद आज तक एक दिन के लिए भी नहीं लौटे हैं, जिसकी सूचना विभाग को दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि शेष अनुपस्थित चिकित्सकों की हाजिरी और वेतन काटी जाती है, लेकिन फिर भी लापरवाही जारी है। यह स्पष्ट रूप से अस्पताल कुप्रबंधन का एक बड़ा उदाहरण है।
चिकित्सकों की अनुपस्थिति और बदहाल आईसीयू
कई लोगों ने विधायक से विशेष रूप से डॉ. अर्जुन सहनी की वर्षों से लगातार अनुपस्थिति की शिकायत की और उपाधीक्षक द्वारा उनके विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया। वहीं, दवा के संबंध में प्रबंधक राहुल सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में अस्पताल में 257 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। विधायक श्री चौधरी ने स्वयं कतार में खड़े होकर अपना निबंधन करवाया, पर्चा लिया और बाह्य विभाग में चेकअप करवाते हुए आवश्यक दवाएं लीं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने बाह्य कक्ष में मौजूद आम मरीजों से भी सुविधा और दवा की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक और स्वास्थ्य प्रबंधक ने अस्पताल के चारदीवारी निर्माण कार्य की आवश्यकता पर बल दिया। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए इस अस्पताल को अभी लंबा सफर तय करना है, और यह सुनिश्चित करना होगा कि आम जनता को मूलभूत सुविधाएं मिलें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



