ज़िंदगी ठहर सी गई है, सांसों में जम रहा है बर्फ़, ऐसे में बिहार की धरती पर मौसम ने जो सितम ढाए हैं, वह किसी चुनौती से कम नहीं। Bihar Cold Wave: पूरा बिहार इस वक्त कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
## Bihar Cold Wave: बर्फीली हवाओं से बढ़ी कनकनी, इन जिलों में सबसे ज्यादा असर
बर्फीली पछुआ हवाओं ने प्रदेश में कनकनी को और तीखा कर दिया है। सुबह और शाम को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को राज्य के सभी 38 जिलों के लिए ‘कोल्ड डे’ और ‘घने कोहरे’ का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। लगातार गिरते तापमान ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई जगहों पर विजिबिलिटी इतनी कम हो गई है कि सुबह के समय वाहन चलाना भी जोखिम भरा हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। विशेषकर सुबह और देर रात के समय न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। यह स्थिति किसानों और मजदूरों के लिए भी परेशानी का सबब बन रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
कोहरे के कारण ट्रेनों और विमानों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। स्कूलों में भी बच्चों को ठंड से बचाने के लिए छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं या समय में बदलाव किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है ताकि गरीब और बेघर लोगों को ठंड से बचाया जा सके।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी लोगों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने और बेवजह घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है, क्योंकि इस मौसम में सर्दी-जुकाम और सांस संबंधी बीमारियां तेजी से फैलती हैं। यह एक गंभीर मौसम अलर्ट है जिस पर सभी को ध्यान देना चाहिए।
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अगले कुछ दिनों के लिए पूर्वानुमान में बताया गया है कि सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा, जिसके बाद दिन में आंशिक रूप से धूप निकलने की संभावना है, लेकिन ठंड का प्रकोप बरकरार रहेगा। कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा सकता है।
## शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासनिक और स्वास्थ्य संबंधी सलाह
जिला प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने और ठंड से बचाव के उपायों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में भी आपातकालीन सेवाओं को मजबूत किया गया है ताकि ठंड से संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीजों को तत्काल सहायता मिल सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और यदि बहुत जरूरी हो तो पूरी सावधानी बरतें। ग्रामीण इलाकों में, जहां हीटिंग के साधन सीमित हैं, लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है। इस संबंध में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अत्यधिक ठंड के कारण हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसलिए, पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना और अपने घरों को गर्म रखना महत्वपूर्ण है। पालतू जानवरों का भी ध्यान रखें और उन्हें भी ठंड से बचाने का इंतजाम करें।


