Bihar News: Fake electricity workers: बिजली विभाग के नाम पर लोगों की जेब पर डाका डालने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। खाकी के शिकंजे में आए तीन जालसाजों ने सरकारी सिस्टम को ठेंगा दिखाने की कोशिश की थी, लेकिन अब उनका खेल खत्म हो गया है।
बिहार में ‘फेक इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स’ गिरोह का भंडाफोड़: तीन जालसाज गिरफ्तार!
Fake electricity workers: कैसे फैलाया ठगी का जाल?
राजधानी पटना और उसके आसपास के इलाकों में बीते कुछ समय से फर्जी बिजली कर्मियों की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। ये जालसाज भोले-भाले उपभोक्ताओं को बिजली बिल ठीक करने, नए कनेक्शन देने या मीटर बदलने के नाम पर ठग रहे थे। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर विशेष टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन ऐसे ही नकली कर्मचारी को रंगे हाथों धर दबोचा। ये लोग फर्जी आईडी कार्ड और वर्दी पहनकर लोगों के घरों में घुसते थे और उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, रसीदें और कुछ नकदी भी बरामद हुई है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया है कि वे लंबे समय से इस गोरखधंधे में लिप्त थे। यह एक बड़ी सफलता है और आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह के तार और कहां-कहां फैले हुए हैं और इसमें कितने अन्य लोग शामिल हैं।
अक्सर देखा जाता है कि इस तरह के नकली कर्मचारी ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में सक्रिय होते हैं, जहां लोग कम जागरूक होते हैं। इन जालसाजों से बचने के लिए बिजली विभाग द्वारा जारी पहचान पत्र की जांच करना बेहद जरूरी है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
बिजली विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर तुरंत संदेह करें और स्थानीय पुलिस या बिजली विभाग को सूचित करें। विभाग ने स्पष्ट किया है कि कोई भी कर्मचारी बिना उचित पहचान पत्र दिखाए घर पर आकर किसी भी प्रकार के भुगतान की मांग नहीं करता है। ऐसे फर्जीवाड़े से सतर्क रहें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
आम जनता के लिए सतर्कता जरूरी
इस गिरफ्तारी के बाद उम्मीद की जा रही है कि फर्जी बिजली कर्मियों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी। पुलिस ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को अपने घर में प्रवेश न करने दें, खासकर जब वे खुद को सरकारी कर्मचारी बताते हों। सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि हर व्यक्ति अपनी पहचान स्पष्ट रूप से बताए और उसका सत्यापन किया जा सके।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और जल्द ही इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में जन सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

