Bihar School Closed: हड्डियों तक ठिठुरन पैदा करने वाली पछुआ हवाएं और पारा का लगातार गिरना, प्रकृति का यह कहर बिहार पर कुछ ऐसा बरपा है कि जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बच्चों को इस कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है।
कड़ाके की ठंड का कहर जारी: Bihar School Closed की घोषणा, जानें किस जिले में कब तक बंद रहेंगे विद्यालय
Bihar School Closed: पूर्णिया में डीएम का बड़ा फैसला
पूरे बिहार में इन दिनों भीषण ठंड का प्रकोप जारी है। सुबह से शाम तक गलन वाली हवाएं लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। बर्फीली पछुआ हवाओं ने राज्य में कनकनी और बढ़ा दी है, जिससे न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए, बिहार के कई जिलों में प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
पूर्णिया जिले में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने 30 दिसंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों पर लागू होगा। डीएम ने शिक्षा विभाग को तत्काल प्रभाव से इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। यह कदम बच्चों को इस कड़ाके की ठंड और बिहार में शीतलहर से बचाने के लिए उठाया गया है, क्योंकि सुबह के समय बच्चों को स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब पूरे राज्य में ठंड का कहर अपने चरम पर है। कई अन्य जिलों से भी स्कूल बंद करने की मांग उठ रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक न हो तो घरों से बाहर न निकलें, खासकर सुबह और शाम के समय। गर्म कपड़े पहनने और अलाव का उपयोग करने की सलाह दी गई है। जिला प्रशासन ने गरीबों और बेघरों के लिए रैन बसेरों में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। इस स्थिति में, अभिभावकों को भी अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

